एनएचआरसी ने केरल के पथानामथिट्टा जिले में यौन शोषण मामले का लिया स्वतः संज्ञान
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पीड़िता, जो अब 18 वर्ष की है, ने अपनी शिकायत में बताया कि कई व्यक्तियों ने उसका यौन शोषण किया। यह मामला तब उजागर हुआ जब बाल कल्याण समिति द्वारा आयोजित काउंसलिंग के दौरान, पीड़िता के शिक्षकों ने उसके व्यवहार में बदलाव की जानकारी दी।
इस मामले में अब तक 30 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें 59 आरोपी नामजद हैं। इनमें से 44 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो आरोपी विदेश भाग गए हैं और 13 अभी भी फरार हैं।
एनएचआरसी ने इस गंभीर मामले को मानवाधिकारों का उल्लंघन मानते हुए केरल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने केरल के पथानामथिट्टा जिले में अनुसूचित जाति की एक लड़की के कथित यौन शोषण के मामले का स्वतः संज्ञान लिया है। इस मामले में अब तक 30 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें 59 आरोपी नामजद हैं। इनमें से 44 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो आरोपी विदेश भाग गए हैं और 13 अभी भी फरार हैं।
मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस
एनएचआरसी ने इस गंभीर मामले को मानवाधिकारों का उल्लंघन मानते हुए केरल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट में एफआईआर की स्थिति, पीड़िता के स्वास्थ्य और चिकित्सा देखभाल, परामर्श और मुआवजे (यदि कोई हो) की जानकारी शामिल करने का निर्देश दिया गया है।
मामले का खुलासा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़िता, जो अब 18 वर्ष की है, ने अपनी शिकायत में बताया कि कई व्यक्तियों ने उसका यौन शोषण किया। यह मामला तब उजागर हुआ जब बाल कल्याण समिति द्वारा आयोजित काउंसलिंग के दौरान, पीड़िता के शिक्षकों ने उसके व्यवहार में बदलाव की जानकारी दी।
एनएचआरसी का रुख
आयोग ने कहा है कि मीडिया रिपोर्ट यदि सत्य है, तो यह पीड़िता के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मामला है। आयोग ने पीड़िता के लिए तत्काल और उचित सहायता प्रदान करने पर जोर दिया है।