मौनी अमावस्या पर 8-10 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज पहुंचने की संभावना, युद्धस्तर पर करें तैयारी: CM योगी

Thu 16-Jan-2025,04:35 PM IST +05:30

ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

Follow Us

मौनी अमावस्या पर 8-10 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज पहुंचने की संभावना, युद्धस्तर पर करें तैयारी: CM योगी Mahakumbh 2025
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर 8-10 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए, जिसमें विशेष ट्रेनों, बसों और मोबाइल नेटवर्क सुधारने पर जोर दिया गया।

     

  • मुख्यमंत्री ने शौचालयों की सफाई, घाटों की बेरिकेटिंग, और 24×7 बिजली और पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने की आवश्यकता जताई, साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शटल बसों और इलेक्ट्रिक बसों के संचालन पर भी बल दिया।

Uttar Pradesh / Prayagraj (Allahabad) :

उत्तर प्रदेश/उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर 8-10 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान की संभावना को देखते हुए व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बुधवार को शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बीते 3 दिनों की स्थिति की समीक्षा की और कहा कि पिछले स्नान पर्वों में 6 करोड़ से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी स्नान के लिए पहुंचे थे। अब मौनी अमावस्या पर भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, इसलिये सभी व्यवस्थाओं को युद्धस्तर पर तैयार किया जाए।

मुख्यमंत्री ने रेलवे और अन्य परिवहन व्यवस्थाओं को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महाकुंभ स्पेशल ट्रेनों का समयबद्ध आवागमन सुनिश्चित कराया जाए, और श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इनकी संख्या बढ़ाई जाए। इसके साथ ही, मोबाइल नेटवर्क की स्थिति को भी सुधारने की आवश्यकता जताई गई। वे यह सुनिश्चित करने के लिए भी सजग थे कि बसों, शटल बसों और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन लगातार होता रहे।

मुख्यमंत्री ने शौचालयों की नियमित सफाई, घाटों की बेरिकेटिंग, और 24×7 बिजली व पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था पर भी जोर दिया। साथ ही, उन्होंने मेलाक्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।

इस साल मौनी अमावस्या का महास्नान 9 फरवरी को मनाया जाएगा, जो हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के अंतर्गत आता है। श्रद्धालु तिल, तिल के लड्डू, तिल का तेल, वस्त्र और आंवला दान में देना शुभ मानते हैं। इसके अलावा, पितरों को अर्घ्य देने और पितृ तर्पण करने का भी विशेष महत्व होता है।