अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन: विज्ञान और प्रौद्योगिकी को मिलेगा बढ़ावा

Wed 18-Dec-2024,04:08 PM IST +05:30

ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

Follow Us

अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन: विज्ञान और प्रौद्योगिकी को मिलेगा बढ़ावा
  • ANRF का लक्ष्य 2023-28 के दौरान 50,000 करोड़ रुपये की निधि जुटाना।

  • प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में संचालन मंडल की पहली बैठक आयोजित।

  • प्रमुख कार्यक्रमों में PMECRG, MAHA-EV, IRG, और PAIR शामिल।

  • विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में भारत को वैश्विक स्तर पर मजबूत बनाने का प्रयास।

Delhi / New Delhi :

New Delhi/ अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (ANRF) का उद्देश्य 2023-28 के दौरान 50,000 करोड़ रुपये की निधि एकत्रित करना है, जिसमें 14,000 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान केंद्र सरकार द्वारा किया गया है। शेष राशि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र, परोपकारी संगठनों और अंतरराष्ट्रीय निकायों से दान के माध्यम से जुटाई जाएगी। यह जानकारी विज्ञान और प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में ANRF के संचालन मंडल की पहली बैठक 10 सितंबर 2024 को आयोजित हुई। बैठक में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों पर चर्चा की गई। इनमें पीएम प्रारंभिक कैरियर अनुसंधान अनुदान (PMECRG), मिशन-इलेक्ट्रिक वाहन (MAHA-EV), समावेशिता अनुसंधान अनुदान (IRG), और त्वरित नवाचार और अनुसंधान के लिए साझेदारी (PAIR) जैसे कार्यक्रम शामिल हैं।

ANRF के संचालन मंडल में प्रधानमंत्री, केंद्रीय विज्ञान और शिक्षा मंत्री, नीति आयोग के सदस्य, और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा, प्रिंसटन विश्वविद्यालय के डॉ. मंजुल भार्गव और टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के निदेशक डॉ. जयराम चेंगलूर जैसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिक भी इस बोर्ड का हिस्सा हैं।

ANRF का मुख्य उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार को बढ़ावा देना है, जिसमें विश्वविद्यालयों की क्षमता का उपयोग, उद्योग-समर्थित अनुसंधान और समावेशी विकास शामिल है। यह फाउंडेशन भारत को वैश्विक अनुसंधान के क्षेत्र में एक अग्रणी देश बनाने के लिए कार्य करेगा।