दिल्ली चुनाव 2025: अजित पवार की NCP ने उतारे 11 उम्मीदवार, बीजेपी और कांग्रेस की रणनीतियां तेज
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
एनसीपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए 11 उम्मीदवारों की सूची जारी की।
कांग्रेस ने 47 उम्मीदवारों का ऐलान किया, बीजेपी जल्द सूची जारी करेगी।
दिल्ली/दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का राजनीतिक रण सज चुका है। अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने भी इस मुकाबले में अपनी दावेदारी पेश करते हुए 11 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। एनसीपी ने बुराड़ी से रतन त्यागी, बादली से मुलायम सिंह, मंगोलपुरी से खेम चंद, चांदनी चौक से खालिदुर्रहमान, बल्लीमरान से मोहम्मद हारून, छतरपुर से नरेंद्र तंवर, संगम विहार से कमर अहमद, ओखला से इमरान सैफी, लक्ष्मीनगर से नमाहा, सीमापुरी से राजेश लोहिया और गोकुलपुरी से जगदीश भगत को टिकट दिया है। इस सूची में चार मुस्लिम प्रत्याशियों को भी शामिल किया गया है।
कांग्रेस ने भी अपनी चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। पार्टी ने अब तक 70 में से 47 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। कांग्रेस की पहली सूची में 21 और दूसरी सूची में 26 नाम शामिल हैं। बाकी 9 सीटों के लिए चर्चा जारी है। कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक के बाद दूसरी सूची में 26 उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगी थी। कांग्रेस के लिए यह चुनाव काफी अहम है, क्योंकि पिछले दो विधानसभा चुनावों में पार्टी एक भी सीट जीतने में असफल रही थी।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। हालांकि, पीएम मोदी के पास 70 सीटों की सूची भेजी गई है, जिस पर विचार चल रहा है। बताया जा रहा है कि बीजेपी जल्द ही अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करेगी। बीजेपी इस बार पूर्व सांसदों को टिकट देने की रणनीति बना रही है। लोकसभा चुनाव 2024 में पार्टी ने मनोज तिवारी को छोड़कर बाकी सभी सांसदों का टिकट काट दिया था। ऐसे में मीनाक्षी लेखी और रमेश बिधूड़ी जैसे नेताओं को विधानसभा चुनाव में मौका दिया जा सकता है।
नई दिल्ली विधानसभा सीट से बीजेपी प्रवेश वर्मा को मैदान में उतार सकती है। प्रवेश वर्मा ने इस बात की पुष्टि भी की थी। वहीं, इसी सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के संदीप दीक्षित चुनाव लड़ रहे हैं।
दिल्ली/दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें हैं, जहां आम आदमी पार्टी का अब तक दबदबा रहा है। 2020 के विधानसभा चुनाव में AAP ने 62 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी को 8 सीटें मिली थीं। कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। 2015 के चुनाव में आप पार्टी ने 67 सीटें जीती थीं और बीजेपी को केवल 3 सीटों से संतोष करना पड़ा था।
इस बार का चुनाव त्रिकोणीय मुकाबले के रूप में देखा जा रहा है, जहां AAP, बीजेपी और कांग्रेस तीनों ही अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। आम आदमी पार्टी की कोशिश होगी कि वह अपने प्रदर्शन को दोहराए, जबकि बीजेपी और कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की कोशिश करेंगी।
दिल्ली चुनाव 2025 के लिए एनसीपी, कांग्रेस और बीजेपी के साथ-साथ क्षेत्रीय दल भी सक्रिय हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली के मतदाता किसे अपना समर्थन देते हैं और सत्ता की कुर्सी पर कौन विराजमान होता है।