उदयपुर: “झीलों के शहर” के नाम से प्रसिद्ध एक खूबसूरत शहर

Tue 15-Oct-2024,01:15 PM IST +05:30
उदयपुर: “झीलों के शहर” के नाम से प्रसिद्ध एक खूबसूरत शहर Jaipur
  • उदयपुर में कई प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान और अस्पताल हैं।

  • यह अरावली पर्वतमाला श्रंखला के आँचल में बसा खूबसूरत शहर है।

  • फतेह सागर झील: यह उदयपुर की दूसरी सबसे बड़ी झील है और यहाँ नीलकंठ महादेव मंदिर भी है।

Rajasthan / Jaipur :

उदयपुर, जिसे "झीलों का शहर" भी कहा जाता है, राजस्थान राज्य का एक प्रमुख शहर है। अत्यधिक मात्रा में यहाँ झील होने के कारण इसे झीलों का शहर या पूर्व का वेनिस कहा जाता है। यह अपनी समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक महलों, और सुंदर झीलों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह अरावली पर्वतमाला श्रंखला के आँचल में बसा खूबसूरत शहर है। उदयपुर की स्थापना 1559 में महाराणा उदय सिंह द्वितीय द्वारा की गई थी। यह शहर मेवाड़ राजवंश की राजधानी था। उदयपुर राजस्थान के दक्षिणी हिस्से में स्थित है, जिसकी समुद्र तल से ऊँचाई लगभग 600 मीटर है। यहाँ का मौसम गर्मियों में गर्म और सर्दियों में सुखद होता है। उदयपुर की झीलों में नौका विहार का आनंद उठाने के साथ-साथ ऊंट की सवारी का भी आनंद उठा सकते हैं। उदयपुर में कई प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थान और अस्पताल हैं। यहाँ मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय और पेसिफिक यूनिवर्सिटी जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थान हैं।

उदयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थल:

सिटी पैलेस: यह उदयपुर का सबसे बड़ा महल है, जिसे महाराणा उदय सिंह द्वितीय ने बनवाया था। इसमें कई महल, आंगन, और संग्रहालय शामिल हैं।

लेक पिचोला: इस कृत्रिम झील को 1362 में बनवाया गया था। झील में दो द्वीप हैं - जग निवास और जग मंदिर।

जग मंदिर: यह झील पिचोला में स्थित है और इसकी खूबसूरती देखने लायक है। इसे "लेक गार्डन पैलेस" भी कहा जाता है।

सहेलियों की बाड़ी: यह एक सुंदर बाग है जिसे महाराणा संग्राम सिंह ने अपनी रानियों के लिए बनवाया था।

फतेह सागर झील: यह उदयपुर की दूसरी सबसे बड़ी झील है और यहाँ नीलकंठ महादेव मंदिर भी है।

सज्जनगढ़ किला (मानसून पैलेस): यह पहाड़ी पर स्थित किला मानसून के समय बादलों से ढका रहता है और यहाँ से पूरा उदयपुर देखा जा सकता है।

उदयपुर पर्यटन के लिए एक प्रमुख स्थल है और यहाँ हर साल लाखों सैलानी आते हैं। झीलों, महलों, और बाग-बगिचों की सुंदरता के अलावा, यहाँ के पारंपरिक बाजार भी आकर्षण का केंद्र हैं।उदयपुर की अर्थव्यवस्था मुख्यतः पर्यटन, हस्तशिल्प, और खनिज उद्योग पर निर्भर करती है। यहाँ के पत्थर उद्योग विशेष रूप से संगमरमर और ग्रेनाइट के लिए प्रसिद्ध हैं।

यहाँ की संस्कृति और उत्सव की बात करें तो उदयपुर में मेवाड़ी संस्कृति का गहरा प्रभाव है। यहाँ की भाषा मेवाड़ी है, लेकिन हिंदी और अंग्रेजी भी व्यापक रूप से बोली जाती हैं।मेवाड़ उत्सव, गंगा दशहरा, और शिल्पग्राम उत्सव जैसे त्योहार यहाँ धूमधाम से मनाए जाते हैं।

खान-पान की बात करें तो यहाँ राजस्थानी व्यंजन में दाल-बाटी-चूरमा, गट्टे की सब्जी, केर-सांगरी, और अन्य पारंपरिक राजस्थानी व्यंजन बहुत प्रसिद्ध हैं।घेवर, मोहनथाल, और अन्य मिठाइयाँ भी यहाँ की विशेषता हैं।

कैसे पहुंचे उदयपुर:

हवाई मार्ग: उदयपुर का महाराणा प्रताप हवाई अड्डा मुख्य शहर से लगभग 22 किमी दूर है। यह हवाई अड्डा विभिन्न प्रमुख शहरों के हवाई अड्डे से जुड़ा हुआ है। फ्लाइट से आप आसानी से उदयपुर घूमने या सकते हैं।

रेल मार्ग: उदयपुर रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

सड़क मार्ग: उदयपुर सड़कों द्वारा राजस्थान और आसपास के राज्यों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।सड़क मार्ग से भी आप उदयपुर घूमने का आनंद उठा सकते हैं।

उदयपुर घूमने कब जाएं:

अक्टूबर से मार्च (सर्दी का मौसम)

सर्दियों के महीनों में तापमान सामान्यतः 10°C से 25°C के बीच रहता है। दिन में धूप खिली रहती है और रातें ठंडी होती हैं, जो यात्रा के लिए आदर्श हैं। इस दौरान मौसम सुहावना और सुखद रहता है, जिससे यात्रा और सैर-सपाटे का आनंद अधिक बढ़ जाता है।इस समय में कई प्रमुख त्योहार और सांस्कृतिक आयोजन होते हैं जैसे:

मेवाड़ उत्सव: यह उत्सव मार्च में होता है और मेवाड़ की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है। इसमें लोक संगीत, नृत्य, और अन्य पारंपरिक गतिविधियाँ शामिल होती हैं।

शिल्पग्राम उत्सव: यह दिसंबर में आयोजित होता है और इसमें विभिन्न हस्तशिल्प और सांस्कृतिक प्रदर्शनी लगाई जाती है।

इस मौसम में उदयपुर की झीलें, महल, और बाग-बगिचे देखने का मज़ा अलग ही होता है। ठंडे मौसम में लम्बी पैदल यात्रा और बाहरी गतिविधियाँ करने में आसानी रहती है।

गर्मी का मौसम (अप्रैल से जून)

गर्मियों में तापमान काफी बढ़ जाता है, जो कि 40°C तक पहुँच सकता है। दिन के समय तेज धूप और गर्मी से बाहर घूमना मुश्किल हो सकता है। हालांकि इस मौसम में पर्यटक कम होते हैं, लेकिन इस दौरान होटलों और रिसॉर्ट्स में छूट मिल सकती है। अगर आप गर्मी सह सकते हैं, तो यह समय भी यात्रा के लिए ठीक है।

मानसून का मौसम (जुलाई से सितंबर)

मानसून के दौरान तापमान 25°C से 35°C के बीच रहता है। उदयपुर में हल्की से मध्यम बारिश होती है, जिससे शहर की प्राकृतिक सुंदरता और बढ़ जाती है।

मानसून के समय झीलें और बाग-बगिचे हरियाली से भर जाते हैं, जो फोटोग्राफी और प्राकृतिक सौंदर्य प्रेमियों के लिए आदर्श होते हैं। हालांकि, भारी बारिश के कारण कभी-कभी यात्रा में कठिनाई हो सकती है।

उदयपुर अपने इतिहास, संस्कृति, और सुंदरता के कारण पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों के लिए एक अद्भुत स्थान है। यहाँ का हर कोना इतिहास और संस्कृति की कहानी बयां करता है। उदयपुर में ठहरने के लिए सिटी पैलेस, लेक पैलेस जैसे शाही होटलों को विकसित किया गया है।तो अब आप तय कीजिए कि उदयपुर घूमने कब जा रहे हैं? और एक बात और अगर मन बना ही लिया है उदयपुर घूमने का तो पहले पूरी यात्रा की प्लैनिंग और प्री-शेड्यूल बुकिंग जरूर कर लीजिए नहीं तो यात्रा में दिक्कतें आती है।