बैतूल के कोचिंग सेंटर में बच्चों के धर्मान्तरण का प्रयास- पुलिस ने पादरी सहित तीन को किया गिरफ्तार

Mon 16-Sep-2024,11:53 PM IST +05:30
बैतूल के कोचिंग सेंटर में बच्चों के धर्मान्तरण का प्रयास- पुलिस ने पादरी सहित तीन को किया गिरफ्तार
  • बैतूल के एक कोचिंग सेंटर में बच्चों के धर्मान्तरण का प्रयास, पुलिस ने एक पादरी सहित तीन लोगों को किया गिरफ्तार।

     

  • आर्थिक मदद और इलाज के नाम पर धर्मांतरण का खेल, पुलिस ने एक पादरी एवं दो महिलाओं सहित तीन लोगों को किया गिरफ्तार, धर्मसभा में मौजूद थे कई बच्चे, शिक्षक।

     

Madhya Pradesh / Betul :

बैतूल/ बैतूल में एक बार फिर धर्मांतरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है बैतूल में धर्मांतरण की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बैतूल शहर के हमलापुर इलाके के एक घर में चल रहे कोचिंग सेंटर में धर्मसभा का आयोजन किया गया इसी धर्मसभा में बच्चों का ब्रेनवाश कर धर्मांतरण किया जा रहा था पिछले काफी दिनों से पुलिस को इसकी सूचनाएं मिल रही थीं और सोमवार जब इस घर में लगभग 15 बच्चे मौजूद थे, उसी दौरान हिन्दू सेना के कार्यकर्ता पुलिस को लेकर यहां पहुंच गए घर में मौजूद दो महिलाओं ने पुलिस के साथ बहसबाजी शुरू कर दी और अंदर आने से रोकने का प्रयास किया

पुलिस ने घर के अंदर घुसकर देखा तो वहां बच्चे बैठे हुए थे और उन सबके पास ईसाई धर्म से जुड़ा हुआ साहित्य पाया गया. इस कथित कोचिंग सेंटर में मौजूद अधिकतर बच्चे आदिवासी समुदाय से थे. सबसे हैरानी की बात है कि यहां स्‍थानीय शहर का कोई बच्‍चा नहीं था, सभी आसपास के इलाकों से लाए गए थे. कोचिंग सेंटर की आड़ में धर्म परिवर्तन के इस खेल का भंडाफोड़ कर, पुलिस ने यहां से दो महिलाओं और एक पादरी को हिरासत में लिया है इन तीनों से पूछताछ हो रही है. यहाँ १५ से १६ साल की १२ लड़कियों और दूसरे छोटे बच्चों की प्रार्थना में शामिल किया जाता था बच्‍चों ने बताया कि उन्‍हें यहां धर्म की किताबें दी गईं थीं

बताया जा रहा है कि दोनों महिलाएं पिछले लंबे समय से यहां कोचिंग की आड़ में बच्चों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने का काम कर रही थीं. स्‍थानीय गंज थाना पुलिस ने तीन लोगों के विरुद्ध धर्मांतरण की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और इनसे पूछताछ की जा रही है जनजातीय बाहुल्य बैतूल जिला इन दिनों ईसाई मिशनरियों के टारगेट पर है यहां आए दिन धर्मांतरण से जुड़े मामले उजागर हो रहे हैं। आदिवासी बाहुल्य गांव कस्बों में शिक्षा, आर्थिक मदद और इलाज के नाम पर धर्मांतरण का खेल चल रहा है

उक्त कार्यवाई राष्ट्रीय हिन्दू सेना की शिकायत पर की गयी