Emergency : कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' को सेंसर बोर्ड से मंजूरी

Mon 09-Sep-2024,01:03 AM IST +05:30
Emergency : कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' को सेंसर बोर्ड से मंजूरी Emergency : कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' को सेंसर बोर्ड से मंजूरी
  • सेंसर बोर्ड ने 'इमरजेंसी' के फिल्म मेकर्स से कुछ सींन कटाने को कहा है, साथ हीं डिस्क्लेमर देने की बात काही है।

  • कंगना की फिल्म 'Emergency' को UA Certificate मिला है, मगर ये भी तब मिलेगा, जब... 

Maharashtra / Mumbai :

मुंबई/सूत्रों के मुताबिक, सेंसर बोर्ड ने ‘इमरजेंसी’ के फिल्म मेकर्स से कुछ सीन्स कटाने को कहा है, साथ ही डिस्क्लेमर देने की बात कही है. फिल्म में जो भी हिस्टॉरिकल इवेंट्स दिखाए गए हैं, उन सबमें अब डिस्क्लेमर लगाया जाएगा.

 कंगना की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को UA सर्टिफिकेट मिला है. मगर ये भी तब मिलेगा, जब फिल्म मेकर्स सेंसर बोर्ड के आदेशों का पालन कर कुछ सीन कट कर देंगे और डिस्क्लेमर देंगे.

हालांकि, अभी तक फिल्म की रिलीज को लेकर कोई अपडेट नहीं आया है. फिल्म थिएटर्स में कब आएगी, ये अब तक साफ नहीं हुआ है. फिल्म को केवल सेंसर बोर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट मिला है, जिसका इंतजार निर्माताओं को काफी समय से था.
आपको बता दें कि शिरोमणि अकाली दल सहित सिख संगठनों द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद ‘इमरजेंसी’ विवाद में फंस गयी है. जिसमें समुदाय को गलत तरीके से प्रस्तुत करने और ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया गया है. फिल्म की निर्माता कंपनी जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने बंबई हाई कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीएफसी को फिल्म के लिए प्रमाणपत्र जारी करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था.

बंबई हाई कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को फिल्म के तत्काल प्रमाणन संबंधी कोई भी निर्देश देकर तुरंत राहत देने से चार सितंबर को इनकार कर दिया था. न्यायमूर्ति बी पी कोलाबावाला और न्यायमूर्ति फिरदौस पूनीवाला की खंडपीठ ने कहा- कि वह मध्य प्रदेश हाई कोर्ट द्वारा जारी उस निर्देश के मद्देनजर तत्काल कोई राहत नहीं दे सकती. जिसमें सेंसर बोर्ड को निर्देश दिया गया था कि, वह फिल्म के प्रमाणन से पहले आपत्तियों पर विचार करें.

इमरजेंसी, एक आगामी बॉलीवुड ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन और निर्माण अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा किया जा रहा है। फिल्म में कंगना रनौत इंदिरा गाँधी का किरदार निभायेगीं। फिल्म की पटकथा और सवांद रितेश शाह ने दिया है।

इमरजेंसी 1975 में हुई सच्ची घटनाओं पर आधारित है। यह फिल्म उन घटनाओं का वर्णन करती है जो प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में हुईं थी, जो भारतीय इतिहास की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक थीं।
फिल्म में कंगना के अलावा अनुपम खेर, जयप्रकाश नारायण के रूप में, श्रेयस तलपड़े, अटल बिहारी बाजपेयी के रूप में और महिमा चौधरी, पुपुल जयाकर की भूमिका में दिखाई देंगें।
कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' को सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिली 

सूत्रों के मुताबिक, सेंसर बोर्ड ने 'इमरजेंसी' के फिल्म मेकर्स से कुछ सींन कटाने को कहा है, साथ हीं डिस्क्लेमर देने की बात काही है। फिल्म में जो भी Historical Events दिखाए गए हैं, उन सबमें अब Disclaimer लगाया जाएगा। 

कंगना की फिल्म 'Emergency' को UA Certificate मिला है, मगर ये भी तब मिलेगा, जब फिल्म मेकर्स सेंसर बोर्ड के आदेशों का पालन कर कुछ सीन कट कर देंगे और Disclaimer देंगे। 

हालांकि, अभी तक फिल्म की रिलीज को लेकर कोई अपडेट नहीं आया है। फिल्म थिएटर्स में कब आएगी, ये अब तक साफ नहीं हुआ है। फिल्म को केवल सेंसर बोर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट मिला है, जिसका इंतजार निर्माताओं को काफी समय से था। 

आपको बता दें कि,  शिरोमणि अकाली दल सहित सिख संगठनों द्वारा आपत्ति जताए जाने के बाद 'Emergency' विवाद में फंस गयी है। जिसमें समुदाय को गलत तरीके से प्रस्तुत करने और ऐतिहासिक तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया गया है। फिल्म की निर्माता कंपनी G Entertainment Enterprises ने बंबई हाई कोर्ट में याचिका दायर कर CBFC को फिल्म के लिए प्रमाणपत्र जारी करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था। 

बंबई हाई कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को फिल्म के तत्काल प्रमाणन संबंधी कोई भी निर्देश देकर तुरंत राहत देने से चार सितंबर को इनकार कर दिया था। न्यायमूर्ति बी पी कोलाबावाला और न्यायमूर्ति फिरदौस पूनीवाला की खंडपीठ ने कहा- कि वह मध्य प्रदेश हाई कोर्ट द्वारा  जारी उस निर्देश के मद्देनजर तत्काल कोई राहत नहीं दे सकती। जिसमें सेंसर बोर्ड को निर्देश दिया गया था कि, वह फिल्म के प्रमाणन से पहले आपत्तियों पर विचार करें। 

'Emergency' एक आगामी बॉलीवुड ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन और निर्माण अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा किया जा रहा है। फिल्म में कंगना रनौत इंदिरा गांधी का किरदार निभायेंगी। फिल्म की पटकथा और संवाद रितेश शाह ने दिया है।