इंडियाज गॉट लेटेंट' शो विवाद: महाराष्ट्र साइबर सेल की जांच तेज

Thu 13-Feb-2025,11:34 AM IST +05:30

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इंडियाज गॉट लेटेंट' शो विवाद: महाराष्ट्र साइबर सेल की जांच तेज इंडियाज गॉट लेटेंट' शो विवाद
  •  आयोग ने रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना और अन्य संबंधित लोगों को समन जारी किया है। 

  • महाराष्ट्र साइबर सेल ने पुष्टि की है कि वे शो के सभी 18 एपिसोड्स की समीक्षा कर रहे हैं।

Maharashtra / Mumbai :

यूट्यूब शो 'इंडियाज गॉट लेटेंट' को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। महाराष्ट्र साइबर सेल इस मामले की गहन जांच कर रहा है। शो के हालिया एपिसोड में यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया द्वारा की गई अश्लील टिप्पणी के बाद कई राज्यों में शो से जुड़े लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र साइबर सेल ने पुष्टि की है कि वे शो के सभी 18 एपिसोड्स की समीक्षा कर रहे हैं। जांच के दौरान पता चला है कि शो में शामिल कई मेहमानों और जजों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। ऐसे सभी लोगों की सूची बनाई जा रही है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। शो में उपस्थित ऑडियंस के बयान गवाह के रूप में दर्ज किए जाएंगे। महाराष्ट्र साइबर सेल ने यूट्यूब को पत्र लिखकर शो के उन सभी एपिसोड्स को डिलीट करने का निर्देश दिया है, जिनमें अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है।

मंगलवार को साइबर विभाग ने 'इंडियाज गॉट लेटेंट' के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने अब तक शो में भाग लेने वाले करीब 30 मेहमानों को समन जारी किया है। अधिकारियों का कहना है कि आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और शो के कंटेंट को लेकर विस्तृत जांच की जा रही है। इस विवाद में राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी हस्तक्षेप किया है। आयोग ने रणवीर इलाहाबादिया, समय रैना और अन्य संबंधित लोगों को समन जारी किया है। आयोग ने उनके विवादित बयान को महिला विरोधी और अभद्र बताया है। इस मामले में 17 फरवरी 2025 को सुनवाई होगी। साइबर विभाग ने अपनी प्रारंभिक जांच में पाया है कि शो में शामिल कई प्रतिभागियों ने बार-बार आपत्तिजनक और अश्लील भाषा का उपयोग किया है। इस वजह से महाराष्ट्र पुलिस अब कड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। अधिकारियों का कहना है कि यह मामला केवल एक यूट्यूब शो तक सीमित नहीं है, बल्कि ऑनलाइन कंटेंट की जिम्मेदारी और सेंसरशिप से भी जुड़ा है। इस विवाद के बाद, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित होने वाले कंटेंट को लेकर और भी सख्त नियम बनाए जा सकते हैं।