आयुष्मान भारत का विस्तार- वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क स्वास्थ्य कवर प्रदान करेगी
विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क स्वास्थ्य कवर प्रदान करेगी।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 11 सितंबर, 2024 को एक अहम फैसला लेते हुए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) के विस्तार को मंजूरी दे दी। इसके तहत, 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को उनकी आय पर ध्यान दिए बिना स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त होगा।
जबलपुर/
परिचय.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 11 सितंबर, 2024 को एक अहम फैसला लेते हुए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) के विस्तार को मंजूरी दे दी। इसके तहत, 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को उनकी आय पर ध्यान दिए बिना स्वास्थ्य कवरेज प्राप्त होगा।
योजना के इस विस्तार से 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों सहित लगभग 4.5 करोड़ परिवार लाभान्वित होंगे, जिससे उन्हें प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा कवरेज मिलेगा। इस स्वीकृति के साथ, इस आयु वर्ग के प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक को उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर ध्यान दिए बिना योजना का लाभ मिल सकेगा ।नए योकी विशेषताएं
योजना की नई विशेषताएं
- नए विशेष कार्ड: 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के पात्र वरिष्ठ नागरिकों को एबी पीएम-जेएवाई योजना के तहत एक नया, विशेष कार्ड मिलेगा
- टॉप-अप कवरेज: एबी पीएम-जेएवाई के अंतर्गत पहले से ही कवर किए गए परिवारों के वरिष्ठ नागरिकों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का अतिरिक्त टॉप-अप कवर मिलेगा। यह टॉप-अप सिर्फ उनके लिए होगा और उन्हें इसे 70 वर्ष से कम आयु के अन्य परिवार के सदस्यों के साथ साझा नहीं करना होगा।
- परिवार के लिए कवरेज: वरिष्ठ नागरिक जो मौजूदा एबी पीएम-जेएवाई परिवार कवरेज का हिस्सा नहीं हैं, उन्हें परिवार के आधार पर प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का कवर प्रदान किया जाएगा।
- योजनाओं का चयन: वरिष्ठ नागरिक जो पहले से ही केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस), पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) या आयुष्मान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) जैसी अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं, उनके पास या तो अपनी वर्तमान योजना जारी रखने या एबी पीएम-जेएवाई का विकल्प चुनने का विकल्प है।
- निजी बीमा के साथ पात्रता: वरिष्ठ नागरिक जो निजी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों या कर्मचारी राज्य बीमा योजना के अंतर्गत आते हैं, वे भी एबी पीएम-जेएवाई से लाभ पाने के पात्र हैं
आयुष्मान भारत
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018 में शुरू की गई ‘आयुष्मान भारत’ एक ऐतिहासिक स्थ्य पहल है जिसे विशेष रूप से ग्रामीण और आर्थिक रुप से कमज़ोर वर्ग के लिए एक समान स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इस मिशन का उद्देश्य प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक स्तरों पर स्वास्थ्य सेवाओं को व्यापक रूप से जन-जन तक पहुंचाने के लिए शुरू किया गया है। इस मिशन के परस्पर संबंधित घटक हैं:
- आयुष्मान आरोग्य मंदिर
आयुष्मान भारत के पहले घटक में आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एएएम) की स्थापना शामिल है, जिन्हें पहले स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र (एबी-एचडब्ल्यूसी) के रूप में जाना जाता था। ये आयुष्मान आरोग्य मंदिर निवारक/निरोधक, प्रोत्साहन, पुनर्वास और उपचारात्मक देखभाल सहित स्वास्थ्य सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करते हैं।
ये केंद्र मौजूदा उप स्वास्थ्य केंद्रों (एसएचसी) और ग्रामीण और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में सुधार करके बनाए जा रहे हैं, ताकि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में लोगों को आसानी से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सके ।
12 सितंबर 2024 तक देशभर में 1,74,453 आयुष्मान आरोग्य मंदिर हैं। इनमें 1,12,617 उप स्वास्थ्य केंद्र, 23,903 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 5,123 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 5,632 शहरी स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र और 12,178 आयुष संबंधी केंद्र शामिल हैं।
- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री- जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई)
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी पीएम-जेएवाई) विश्व की सबसे बड़ी सार्वजनिक रूप से वित्तपोषित स्वास्थ्य आश्वासन योजना है। यह द्वितीयक और तृतीयक देखभाल से जुड़े अस्पताल में भर्ती होने के लिए प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करती है।
9 सितंबर, 2024 तक, देश भर में एबी-पीएमजेएवाई के तहत 35.4 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं। यह योजना वर्तमान में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली, पश्चिम बंगाल और ओडिशा को छोड़कर 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में संचालित हो रही है ।
इस स्वास्थ्य सेवा योजना के तहत 9 सितंबर तक कुल 7.79 करोड़ मरीज़ अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं, जिसकी वित्तीय कवरेज 1,07,125 करोड़ रुपये है। एबी पीएम-जेएवाई योजना लाभार्थियों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है । शुरुआत में 10.74 करोड़ गरीब और कमजोर परिवारों को कवर करते हुए, भारत सरकार ने जनवरी 2022 में इस कवरेज का विस्तार करके इसमें 12 करोड़ परिवारों को शामिल किया, जो 2011 से भारत की 11.7% जनसंख्या वृद्धि को दर्शाता है।
इसके अलावा, इस योजना का 37 लाख मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (आशा), आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं (एडब्ल्यूडब्ल्यू) और आंगनवाड़ी सहायकों (एडब्ल्यूएच) और उनके परिवारों को शामिल करने के लिए विस्तार किया गया, जिससे उन्हें मुफ्त स्वास्थ्य सेवा लाभ प्रदान किया जा सके। हाल ही में मंत्रिमंडल के फैसले के बाद, एबी पीएम-जेएवाई देश भर में 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी नागरिकों को 5 लाख रुपये का मुफ्त स्वास्थ्य सेवा कवरेज प्रदान करने के लिए तैयार है।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 27 सितंबर, 2021 को लॉन्च किए गए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) का उद्देश्य सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच सक्रिय सहयोग के माध्यम से एक मजबूत डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करना है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम), जिसे पहले राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के रूप में जाना जाता था, का उद्देश्य कुशल, सुलभ, समावेशी, किफायती, समयबद्ध और सुरक्षित तरीके से सार्वभौमिक (एक समान) स्वास्थ्य कवरेज का समर्थन करना है।
एबीडीएम को हर क्षेत्र के नागरिकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाने, स्वास्थ्य सेवा की पहुंच बढ़ाने, देखभाल की लागत कम करने और स्वास्थ्य सेवा वितरण की दक्षता में सुधार करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक स्तरों पर देखभाल की निरंतरता को सुगम बनाता है। एबीडीएम द्वारा स्थापित डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करता है। यह तंत्र विशेष रूप से दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों को लाभान्वित करता है जहां विशेषज्ञ देखभाल अक्सर सीमित होती है।
आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते (एबीएचए), आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे भारत के एकीकृत डिजिटल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का समर्थन करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह 14 अंकों की एक विशेष संख्या प्रदान करता है जो स्वास्थ्य रिकॉर्ड की डिजिटल पहुंच और इसे साझा किए जाने को सरल बनाता है। यह सत्यापित स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के साथ बातचीत को सुव्यवस्थित करता है और लैब रिपोर्ट, नुस्खे और अन्य स्वास्थ्य रिकॉर्ड तक सहज पहुंच की सुविधा प्रदान करता है।
12 सितंबर, 2024 तक, 66.70 करोड़ आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते बनाए जा चुके हैं, जिनमें 42.01 करोड़ स्वास्थ्य रिकॉर्ड जुड़े हुए हैं।
आयुष्मान भव अभियान
'आयुष्मान भव' पहल को प्रत्येक गांव और कस्बे में व्यापक स्वास्थ्य सेवा कवरेज सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया गया है, जो देश के कोने-कोने तक पहुंचने और सभी को स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
जुलाई 2024 तक, अभियान के तहत कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की जा चुकी हैं:
- स्वास्थ्य, योग और ध्यान: 16.96 लाख सत्र आयोजित किए गए।
- टेलीकंसल्टेशन: 1.89 करोड़ सत्र आयोजित किए गए।
- निःशुल्क दवाएं और निदान: 11.64 करोड़ लोगों को निःशुल्क दवाएं मिलीं और 9.28 करोड़ लोगों को निःशुल्क निदान सेवाओं का लाभ मिला।
- प्रसव-पूर्व जांच (एएनसी) और टीकाकरण: 82.10 लाख माताओं और 90.15 लाख बच्चों को इसका लाभ उपलब्ध कराया गया।
- स्क्रीनिंग सेवाएं: 34.39 करोड़ लोगों ने टीबी, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, ओरल (मुंह का) कैंसर, स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर और मोतियाबिंद की जांच करवाई।
- परामर्श और सर्जरी: 2.0 करोड़ रोगियों ने सामान्य ओपीडी परामर्श प्राप्त किया, 90.69 लाख ने विशेषज्ञ ओपीडी परामर्श लिया और 65,094 बड़ी सर्जरी एवं 1,96,156 छोटी सर्जरी की गईं।
- आभा और आयुष्मान कार्ड: 13.48 करोड़ आभा खाते बनाए गए और 9.50 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाए गए।
- आयुष्मान सभाएं: 1.20 लाख सभाएं आयोजित की गईं।
- स्वास्थ्य मेले: 31 मार्च, 2024 तक 25.25 लाख स्वास्थ्य मेलों में कुल 20.66 करोड़ लोगों ने भाग लिया।
- आयुष्मान - आपके द्वार 3.0: एक कार्यक्रम जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को सीधे घर-घर तक पहुंचाना है।
- आयुष्मान सभा: जागरूकता बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को सुविधाजनक बनाने के लिए सामुदायिक सभाएं।
- आयुष्मान मेले: व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर मेडिकल कॉलेजों द्वारा आयोजित चिकित्सा शिविरों के साथ-साथ स्वास्थ्य और कल्याण (वेलनेस) मेले।
निष्कर्ष
आयुष्मान भारत ने प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक स्तरों पर व्यापक देखभाल को एकीकृत करके भारत के स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अपनी व्यापक विशेषताओं के कारण यह योजना न केवल तत्काल स्वास्थ्य संबंधी ज़रूरतों को पूरा करती है बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुलभ बनाने पर भी ज़ोर देती है।
जैसे-जैसे आयुष्मान भारत योजना का विस्तार हो रहा है, यह योजना परिवारों पर वित्तीय बोझ को कम करके और समग्र स्वास्थ्य परिणामों में सुधार करके भारत के स्वास्थ्य परिदृश्य को बदलने के लिए तैयार है। इस व्यापक दृष्टिकोण से संभवतः हम एक अधिक समावेशी और कुशल स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को देश में विकसित कर सकेंगे। यह कुशल स्वास्थ्य सेवा प्रणाली एक मिसाल कायम करेगी और देश भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य में दीर्घकालिक सुधारों को आगे बढ़ाना संभव होगा।
संदर्भ
https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2053881
https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2040860
https://pib.gov.in/PressReleseDetailm.aspx?PRID=2034933
https://ab-hwc.nhp.gov.in/
https://x.com/AyushmanNHA/status/1833402273231474887
https://abha.abdm.gov.in/abha/v3/
https://dashboard.abdm.gov.in/abdm/
https://nha.gov.in/PM-JAY
https://ab-hwc.nhp.gov.in/
https://abdm.gov.in/
संतोष कुमार / ऋतु कटारिया / अभिनन्दन शर्मा