जानिए आईआईटी मद्रास के बारे में
तमिलनाडु/भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान की एक प्रमुख संस्थान है। यह चेन्नई, तमिलनाडु में स्थित है। आई आई टी मद्रास को विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित किया गया था और यह भारतीय तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी माना जाता है।
आई आई टी मद्रास ने अपनी उच्चतम शैक्षिक मान्यता और विश्वस्तरीय अनुसंधान के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की है। यह विभिन्न क्षेत्रों में स्नातक, स्नातकोत्तर, और डॉक्टरेट स्तर के पाठ्यक्रम प्रदान करता है। इसमें इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, मानविकी, वाणिज्यिक अध्ययन, गणित, और प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाता है।
आई आई टी मद्रास की छात्राएं उच्चतम शैक्षिक मानकों को प्राप्त करती हैं और विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उच्च गुणवत्ता वाले पदवियों में स्थान प्राप्त करती हैं। यह संस्थान छात्रों को उच्च शैक्षिकता, प्रयोगशीलता, और नवीनता के साथ समृद्ध और व्यापक विकास के लिए संकल्पित है।
1956 में जर्मन सरकार ने भारत में इंजीनियरिंग में उच्च शिक्षा के लिए एक संस्थान की स्थापना में तकनीकी सहायता की पेशकश की। मद्रास में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना के लिए बॉन, पश्चिम जर्मनी में पहला भारत-जर्मनी समझौता 1959 में हस्ताक्षरित किया गया था।
संस्थान का औपचारिक उद्घाटन 1959 में केंद्रीय वैज्ञानिक अनुसंधान और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री प्रोफेसर हुमायूं कबीर ने किया था। आईआईटी प्रणाली में तेईस प्रौद्योगिकी संस्थान हैं। इनमें से सबसे पहले स्थापित होने वाले संस्थान खड़गपुर (स्था. 1951), मुंबई (स्था. 1958), चेन्नई (स्था. 1959), कानपुर (स्था. 1959), दिल्ली (स्था. 1961), गुवाहाटी (स्था. 1994) और रुड़की (स्था. 1847, 2001 में आईआईटी में शामिल हुए) हैं।
संस्थान में सोलह शैक्षणिक विभाग और इंजीनियरिंग तथा विशुद्ध विज्ञान के विभिन्न विषयों में कई उन्नत अनुसंधान केंद्र हैं। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संकाय, एक प्रतिभाशाली छात्र समुदाय, उत्कृष्ट तकनीकी और सहायक कर्मचारी तथा एक प्रभावी प्रशासन, इन सभी ने आईआईटी मद्रास की श्रेष्ठ स्थिति में योगदान दिया है। परिसर चेन्नई शहर में स्थित है, जिसे पहले मद्रास के नाम से जाना जाता था। चेन्नई भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु की राजधानी है।