विश्वभारती विश्वविद्यालय: भारतीय नोबेल प्राप्तकर्ता विश्वविद्यालय
शांतिनिकेतन/यह विश्वविद्यालय कला, साहित्य, विज्ञान, और सामाजिक अध्ययन केंद्र है जहां विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा, अनुसंधान, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्रदान किया जाता है। यह विश्वविद्यालय ब्रह्मवादी और विश्वसंगी कला, संस्कृति, और शिक्षा के प्रमुख केंद्रों में से एक है। भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के शांतिनिकेतन नगर में स्थित है। इसे भारतीय नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्ता रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा 1921 में स्थापित किया गया था।
विश्वभारती विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य भारतीय संस्कृति, भाषा, और दर्शन को प्रमोट करना है और एक विश्व संस्कृति का निर्माण करना है। यह छात्रों को गहरी संस्कृति और विद्यार्थी-शिक्षक सम्बंधों के माध्यम से ज्ञान, उदारता, समझदारी, और शांति की शिक्षा प्रदान करता है। इसके अलावा, यह विश्वविद्यालय स्वतंत्रता के मार्गदर्शक, विचारक, और सामाजिक सुधारक के रूप में भी प्रसिद्ध है।
विश्व भारती की स्थापना
टैगोर शान्ति निकेतन विद्यालय की स्थापना से ही संतुष्ट नहीं थे। उनका विचार था कि एक ऐसे शिक्षा केन्द्र की स्थापना की जाए, जहाँ पूर्व और पश्चिम को मिलाया जा सके। सन् 1916 में रवीन्द्रनाथ टैगोर ने विदेशों से भेजे गए एक पत्र में लिखा था-
"शान्ति निकेतन को समस्त जातिगत तथा भौगोलिक बन्धनों से अलग हटाना होगा, यही मेरे मन में है। समस्त मानव-जाति की विजय-ध्वजा यहीं गड़ेगी। पृथ्वी के स्वादेशिक अभिमान के बंधन को छिन्न-भिन्न करना ही मेरे जीवन का शेष कार्य रहेगा।"
अपने इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए टैगोर ने 1921 में शान्तिनिकेतन में 'यत्र विश्वम भवत्येकनीडम' (सारा विश्व एक घर है) के नए आदर्श वाक्य के साथ विश्व भारती विश्वविद्यालय की स्थापना की। तभी से यह संस्था एक अन्तर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के रूप में ख्याति प्राप्त कर रही है।