दिल्ली यूनिवर्सिटी: युवाओं के उत्कृष्ठ कैरियर का एक बेहतरीन संस्थान
दिल्ली यूनिवरसिटी के लगभग 16 संकाय, 86 शैक्षणिक विभाग, 77 कॉलेज और 5 अन्य मान्यता प्राप्त संस्थान शहर में फैले हुए हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी की स्थापना सन 1922 में ब्रिटिश भारत के तत्कालीन केंद्रीय विधान सभा के एक अधिनियम द्वारा एकात्मक, शिक्षण और आवासीय विश्वविद्यालय के रूप में की गई थी।
दिल्ली यूनिवर्सिटी भारत का एक प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थान है। यह न केवल शैक्षिक उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है, बल्कि छात्रों को एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करने के लिए भी जाना जाता है। दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सक्षम होते हैं। यह संस्थान उन्हें एक मजबूत आधार प्रदान करता है जो उन्हें अपने सपनों को साकार करने में मदद करता है। यह न केवल एक शैक्षिक केंद्र है, बल्कि एक सांस्कृतिक और सामाजिक केंद्र भी है। यह छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करता है और उन्हें उनकी क्षमताओं को विकसित करने में मदद करता है।दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ने का अनुभव अद्वितीय है। यहां के छात्र न केवल अपने पाठ्यक्रमों में उत्कृष्ट हैं, बल्कि कई सह-पाठ्यक्रमिक गतिविधियों में भी भाग लेते हैं। यह उन्हें व्यक्तित्व विकास और नेतृत्व कौशल हासिल करने में मदद करता है।
भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित यह विश्वविद्यालय 1922 में स्थापित हुआ था। भारत के उपराष्ट्रपति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी के दो परिसर हैं जो दिल्ली के उत्तरी और दक्षिणी भाग में स्थित हैं। इन्हें क्रमश: 'उत्तरी परिसर' और 'दक्षिणी परिसर' कहा जाता है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी को सभी मापदंडों के अनुसार टॉप 100 यूनिवर्सिटीज़ में से 22वे स्थान पर रखा गया है। यह विश्वविद्यालय सभी प्रकार के कोर्सेज जैसे साइंस, आर्ट्स, कॉमर्स और टेक्निकल कोर्सेज कराता है। हर साल देश के अलग-अलग राज्यों से हज़ारों स्टूडेंट्स दिल्ली विश्विद्यालय में एडमिशन के लिए अप्लाई करते हैं। परंतु बहुत ही कम लोगों को यहाँ एडमिशन का अवसर मिल पाता है। इस प्रतिष्ठित संस्थान में प्रवेश पाना एक बड़ी उपलब्धि है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी की स्थापना सन 1922 में ब्रिटिश भारत के तत्कालीन केंद्रीय विधान सभा के एक अधिनियम द्वारा एकात्मक, शिक्षण और आवासीय विश्वविद्यालय के रूप में की गई थी। जिसके कुलपति के रूप में हरि सिंह गौर ने 1922 से 1926 तक कार्य किया। शुरू में विश्वविद्यालय में दो संकाय (कला और विज्ञान) और लगभग 750 छात्र ही थे।
दिल्ली यूनिवर्सिटी को ‘यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली’ के नाम से भी जाना जाता है। यह विश्वविद्यालय अपनी शिक्षा की एक्सेलेनसी और उच्च गुणवत्ता वाले व्यक्तित्व निर्माण के लिए जाना जाता है।इसमें दिल्ली शहर के कई कॉलेज़ शामिल हैं, जिनमें सेंट स्टीफन्स कॉलेज, लेडी श्री राम महिला कॉलेज, हिंदू कॉलेज, मिरांडा हाउस और कई अन्य प्रमुख संस्थान भी शामिल हैं। ये कॉलेज़ दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबद्ध होते हैं और छात्र-छात्राओं को विभिन्न क्षेत्रों में स्नातक कार्यक्रम प्रदान करते हैं।
1947 में विश्वविद्यालय के रजत जयंती वर्ष में विजयेंद्र कस्तूरी रंगा वरदराजा राव द्वारा पहली बार मुख्य भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था। उस वर्ष भारत के विभाजन के कारण कोई दीक्षांत समारोह नहीं हुआ था। इसके कारण 1948 में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू, साथ ही लॉर्ड माउंटबेटन, लेडी माउंटबेटन, अबुल कलाम आज़ाद, ज़ाकिर हुसैन और शांति स्वरूप भटनागर ने भाग लिया।
वर्तमान में दिल्ली यूनिवरसिटी के लगभग 16 संकाय, 86 शैक्षणिक विभाग, 77 कॉलेज और 5 अन्य मान्यता प्राप्त संस्थान शहर में फैले हुए हैं। डीयू के केमिस्ट्री, जियोलॉजी, जूलॉजी, सोशियोलॉजी और हिस्ट्री डिपार्टमेंट्स को उन्नत अध्ययन का केंद्र का दर्जा दिया गया है। उन्नत अध्ययन के इन केंद्रों ने अपने क्षेत्रों में शिक्षण और अनुसंधान में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में खुद की अलग पहचान बनाई है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय के कई विभागों को उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक कार्यों की मान्यता में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के विशेष सहायता कार्यक्रम के तहत अनुदान भी प्राप्त हो रहा है।
DU के वार्षिक मानद डिग्री समारोह में कई प्रतिष्ठित लोगों को सम्मानित किया गया है, जिसमें फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण, केमिस्ट सी.एन.आर राव और यूनाइटेड किंगडम के पूर्व प्रधानमंत्री भूरा गॉर्डन शामिल हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन प्रक्रिया कैसे होती है?
आवेदन प्रक्रिया: यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली की ऑफिसियल वेबसाइट पर एडमिशन संबंधित नोटिस जारी किए जाते हैं जिनमें कोर्सेज, कोर्सेज की योग्यता, प्रवेश परीक्षा, आवेदन की अंतिम तिथि आदि विवरण दिए जाते हैं। कैंडिडेट्स को अपने आवेदन पत्र को ऑनलाइन या ऑफ़लाइन माध्यम से भरकर जमा करना होता है।
प्रवेश परीक्षा: लगभग सभी कोर्सेज में प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। इसमें कैंडिडेट्स की नॉलेज, इंटेलिजेंस, मानसिक योग्यता, कमर्शियल योग्यता आदि का मूल्यांकन किया जाता है। इसके बाद छात्रों को पर्सनल इंटरव्यू भी देना पड़ता है।
कट ऑफ मार्क्स: प्रवेश परीक्षा के परिणाम के आधार पर, दिल्ली यूनिवर्सिटी कट ऑफ मार्क्स जारी करता है। कट ऑफ मार्क्स के आधार पर स्टूडेंट्स को उनके द्वारा कोर्सेज में एडमिशन दिया जाता है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा पढ़ने के लिए दी जाती है स्कॉलरशिप:
दिल्ली यूनिवर्सिटी विभिन्न प्रकार की स्कॉलरशिप्स प्रदान करती है जो छात्रों को विभिन्न आयोजनों, पाठ्यक्रमों, जाति/जनजाति, आरक्षण, और विशेषता के आधार पर दी जाती हैं। ये स्कॉलरशिप्स छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए होती हैं जो उन्हें उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करती हैं।दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा प्रदान की जाने वाली कुछ प्रमुख स्कॉलरशिप्स की जानकारी इस प्रकार है- Merit-cum-Means Scholarship: यह स्कॉलरशिप आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं को प्रदान की जाती है। इस स्कॉलरशिप के तहत छात्रों को शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
Indira Gandhi Scholarship for Single Girl Child: यह स्कॉलरशिप हाई स्कूल या पोस्टग्रेजुएट में पढ़ाई कर रही इकलौती लड़की को प्रदान की जाती है जिसका उद्देश्य उनकी शिक्षा का समर्थन करना और लैंगिक समानता को प्रोत्साहित करना है।
National Scholarship: यह स्कॉलरशिप विभिन्न जाति/जनजाति के छात्र-छात्राओं को प्रदान की जाती है जिसकी आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
Delhi University Women’s Association (DUWA) Scholarship: DUWA में आर्थिक रूप से कमजोर महिला छात्रों को स्कॉलरशिप दी जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य उनको उत्कृष्टता के पथ में प्रोत्साहित करना और उनके शैक्षिक परिपक्वता बढ़ावा देना है।
Delhi University Sports Council Scholarship: यह स्कॉलरशिप उच्चतम स्तर पर खेल में प्रमुख उपलब्धियों को हासिल करने वाले उत्कृष्ट खिलाड़ी को प्रदान की जाती है।