इजराइल में 30 सितंबर तक इमर्जेंसी लागू, हवाई हमले लगातार जारी
30 सितंबर तक पूरे इजरायल में 'स्पेशल होम फ्रंट सिचुएशन' की घोषणा की गई।
इजरायल ने दक्षिणी लेबनान के 1600 ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें करीब 585 लेबनानी मारे गए।
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को हिजबुल्लाह पर हुए भीषण हमले के बाद इजरायल सरकार ने अपने देश में इमरजेंसी का ऐलान कर दिया है। वहीं अब 30 सितंबर तक पूरे इजरायल में 'स्पेशल होम फ्रंट सिचुएशन' की घोषणा की गई।
दरअसल, इस प्रकार की स्थिति तब घोषित की जाती है, जब देश की नागरिक आबादी पर हमले की संभावना अधिक हो जाती है। सरकार ने यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए उठाया है, ताकि किसी भी संभावित हमले से निपटने के लिए उचित तैयारियां की जा सकें और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
आईडीएफ़ ने मंगलवार को हिज्बुल्लाह के नापाक इरादों का खुलासा करते हुये उसके द्वारा स्टोर की गई रॉकेट की एक तस्वीर जारी की है। उसने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर लिखा है, “ये जो रॉकेट आप देख रहे है,एक लंबी दूरी का रॉकेट है। इसे है हाइड्रोलिक सिस्टम पर स्टोर किया गया है, जो एक पल में इजराइल नागरिकों को तबाह करने के लिए लॉन्च किया जा सकता है। ये सिर्फ एक तस्वीर है, ऐसे 1300 क्रूज मिसाइल, रॉकेट और ड्रोन उसके पास मौजूद हैं।“
हिज्बुल्लाह के लगातार हमलों के बाद इजरायल ने सोमवार को उसके खिलाफ सबसे बड़ा हमला किया। इसे 18 साल बाद यानी साल 2006 में दोनों के बीच जंग के बाद का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है। इजरायल ने दक्षिणी लेबनान के 1600 ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें करीब 585 लेबनानी मारे गए। मरने वालों में बच्चे और महिलाओं की संख्या ज्यादा है। इसी बीच लेबनान में रेडियो सिस्टम हैक होने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि अचानक वहां के रेडियो नेटवर्क पर इजरायल का मैसेज सुनाई देने लगा, जिसमें लोगों को हिज्बुल्लाह के इलाके खाली करके सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया।
पहले पेजर, वॉकी-टॉकी, फिर सोलर एनर्जी सिस्टम में ब्लास्ट के बाद रेडियो सिस्टम के हैक होने के बाद लेबनान के लोगों में खौफ फैल गया है। हिज्बुल्लाह के लड़ाकों के बीच भी सनसनी फैल गई है। उनको सभी तरह के गैजेट से दूर रहने की सलाह दी गई है। सोमवार को भी इजरायल की तरफ से फोन कॉल करके लोगों को तुरंत अपने घरों और इमारतों को छोड़ने की चेतावनी दी गई थी। लेबनानी में करीब 80 हजार से अधिक संदिग्ध इजरायली कॉल्स आई थीं।
टेलीकॉम कंपनी ओगेरो के प्रमुख इमाद क्रेडीह ने कहा कि इस तरह के कॉल तबाही और अराजकता पैदा करने के लिए एक मनोवैज्ञानिक जंग की तरह हैं. इसी बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी अपना एक वीडियो संदेश जारी किया। इसमें प्रधानमंत्री ने कहा, ''मैं लेबनान के लोगों को एक जरूरी संदेश देना चाहता हूं। इजरायल की लड़ाई आपके साथ नहीं है। हम हिज्बुल्लाह के साथ लड़ रहे हैं, जो आपको ह्यूमन शिल्ड के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।''