PVR Cinema की शुरुवात कैसे हुई?
PVR की पहली गोल्ड स्क्रीन 2007 में इंदौर शहर से शुरू की थी।
1990 में प्रिया सिनेमा का नाम बदलकर PVR कर दिया गया।
PVR सिनेमा के प्रमुख शाखाएं भारत भर में फैली हुई हैं और इसकी संपत्ति में बड़ी संख्या में मल्टीप्लेक्स सिनेमाघर शामिल हैं। यह एक ब्रांडेड सिनेमाघर चेन है जो विभिन्न शहरों में मल्टीप्लेक्स सिनेमा हॉल का प्रबंधन करता है। PVR सिनेमा दर्शकों को नवीनतम फ़िल्मों का आनंद लेने के लिए उच्च-तकनीकी मानकों और सुविधाओं के साथ एक उन्नत सिनेमा अनुभव प्रदान करता है।
PVR Cinema भारतीय सिनेमा उद्योग में एक प्रमुख चेन है जो फिल्म प्रदर्शन, दर्शकों के लिए मल्टीप्लेक्स सिनेमा और मनोरंजन की सेवाएं प्रदान करता है। PVR का नाम Priya Village Roadshow से लिया गया है, जो उसके संस्थापकों के नाम पर आधारित है।
PVR सिनेमा ने बॉलीवुड, हॉलीवुड और अन्य भारतीय और विदेशी फ़िल्मों को विभिन्न भाषाओं में प्रदर्शित करने के लिए विशाल स्क्रीनों, उच्च गुणवत्ता के संगीत और डिजिटल ध्वनि प्रणाली का उपयोग किया है। PVR सिनेमा आजकल भारतीय सिनेमा उद्योग में प्रमुख चेनों में से एक मानी जाती है और दर्शकों को एक उच्च गुणवत्ता और आरामदायक सिनेमा का अनुभव प्रदान करती है।
PVR की पहली गोल्ड स्क्रीन 2007 में इंदौर शहर से शुरू की थी। और अभी हाल ही की बात करें तो एचपी इंडिया (HP India) के साथ मिलकर पीवीआर सिनेमा ने नोएडा के मॉल ऑफ इंडिया को शुरू किया है इसके साथ ही पीवीआर ईसीएक्स में एशिया का पहला वर्चुअल रियलिटी (वीआर) लाउंज लांच कर चुका है।
PVR सिनेमा कंपनी की शुरुआत दक्षिण दिल्ली में प्रिया सिनेमा (Priya Cinema) के रूप में हुई थी। लेकिन सन 1978 में वर्तमान में कम्पनी के मालिक अजय बिजली (Ajay Bijali) के पिता ने प्रिय सिनेमा को एक ट्रक व्यवसायी से खरीद लिया था जो अमृतसर ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक थे।1990 में प्रिया सिनेमा का नाम बदलकर PVR कर दिया गया।
देश के लगभग 71 शहरों में PVR के 176 मल्टीप्लेक्स थियेटर हैं जो 854 स्क्रीन के साथ उपलब्ध हैं। PVR सिनेमा आपको देश के सभी प्रमुख शहरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई आदि में देखने को मिल जायेगा। यदि हम बात करें प्रमुख शहरों की तो यह संख्या लगभग 102 है। इसी तरह देश के बाहर देखें तो PVR के बहुत सारे थियेटर हमारे पड़ोसी देश श्री लंका में भी हैं।