उत्तराखंड के राज्यपाल ने किया डॉ निशंक की पुस्तक का विमोचन
महामहिम राज्यपाल ने डॉ "निशंक" के समग्र कृतित्व को प्रेरक बताते हुए कहा कि हमें गर्व है कि राष्ट्र को "नई शिक्षा नीति" उत्तराखण्ड से ही डॉ "निशंक" के द्वारा मिली है।
यह पुस्तक "राष्ट्रीय एकता" की अभिवृद्धि में अपना योगदान देगी।
उत्तराखंड/17 सितंबर को उत्तराखंड के राजभवन, देहरादून में राज्यपाल महामहिम ले जनरल श्री गुरमीत सिंह ने पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं माँ शारदा के अनन्य साधक डॉ रमेश पोखरियाल "निशंक" द्वारा लिखित पुस्तक "राष्ट्रीय एकता और हिंदी भाषा" का अत्यंत भव्य समारोह में विमोचन किया। यह कृति राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा प्रकाशित की गई है। इस अवसर पर देवभूमि के अक्षर-साधक डॉ "निशंक" के कृतित्त्व एवं विमोचित कृति के विषय में डॉ योगेन्द्र नाथ शर्मा "अरुण" ने कहा कि यह कृति देश-विदेश में हिन्दी की स्थिति और वर्चस्व को जानने की कुँजी कही जा सकती है। महामहिम राज्यपाल ने डॉ "निशंक" के समग्र कृतित्व को प्रेरक बताते हुए कहा कि हमें गर्व है कि राष्ट्र को "नई शिक्षा नीति" उत्तराखण्ड से ही डॉ "निशंक" के द्वारा मिली है और उनकी यह पुस्तक "राष्ट्रीय एकता" की अभिवृद्धि में अपना योगदान देगी। एनबीटी, नई दिल्ली से आए संपादक डॉ ललित मंडोरा ने डॉ "अरुण" का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। दीप प्रज्वलित करते हुए राज्यपाल एवं डॉ "निशंक" के साथ डॉ "अरुण" भी हैं। समारोह में राज्य विवि के कुलपति, बुद्धिजीवी एवं साहित्यकार उपस्थित रहे।