राजस्थान : बदला लेकर ही रहूंगा अपमान का, महाराजा सूरजमल जी छतरी प्रकरण
एक्स हेंडल पर बदला लेकर ही रहूंगा अपमान का, महाराजा सूरजमल जी छतरी प्रकरण हो रहा है ट्रेड।
जयपुर। बूंदी के हाड़ा वंश के पूर्व शासक महान प्रतापी महाराजा सूरजमल जी की 600 वर्ष पुरानी छतरी को कोटा विकास प्राधिकरण के गैर जिम्मेदार भ्रष्ट अधिकारियों के आदेश पर विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों ने निर्धारित प्रक्रिया का पालन किए बिना महाराजा सूरजमल जी की 600 वर्ष पुरानी छतरी को अपमानजनक तरीके से JCB चलाकर तहस-नहस कर दिया।
इस घटना से स्थानीय निवासियों में आक्रोश देखा जा रहा है। साथ ही इस घटना को लेकर सम्पूर्ण राजपूत समाज आक्रोशशित है। महाराजा सूरजमल जी की छतरी की घटना को लेकर पूरे राजस्थान में आक्रोश देखा जा रहा है। जयपुर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर वकीलों ने भी विरोध प्रदर्शन किया।
श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन के साथ-साथ संपूर्ण राजस्थान के राजपूत समाज सहित सभी समाजों में आक्रोश है। तहसील, उपखंड और जिला मुख्यालयों पर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम अनेकों ज्ञापन दिए जा रहे है। संगठनों का आरोप है कि विकास प्राधिकरण महाराजा सूरजमल की छतरी को प्राचीन स्मारकों के विस्थापन के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं कर रहा था। बल्कि समान्य अतिक्रमण कि ही भांति इस ऐतिहाषिक धरोहर को भी हटाया जा रहा था। सभी संगठनों ने यह मांग नही कि है की अब भविष्य में इस प्रकार की कोई घटना न घाटे इसके लिए सरकार को एक स्पष्ट नीति तैयार कर तत्काल उसे लागू किया जाए।
इसके साथ ही महाराजा सूरजमलजी की छतरी का निर्माण पूरे विधि विधान से कर उसी स्थान पर स्थापित किया जाए। साथ ही बनने वाले हवाई अड्डे का नाम भी महाराजा सूरजमल जी के नाम से रखा जाए यह उनके लिए सम्मान होगा।
महाराजा सूरजमल की छतरी की घटना को लेकर संपूर्ण राजस्थान के राजपूत समाज के साथ-साथ सभी समाजों में आक्रोश है। एवं एक्स हेंडल पर बदला लेकर ही रहूंगा अपमान का, महाराजा सूरजमल जी छतरी प्रकरण हो रहा है ट्रेड।