न्याय यात्रा : शिक्षा मंत्री को सोंपेंगे सेवाग्राम और दीक्षाभूमि की संकल्पित मिट्टी- डॉ. कठेरिया
हिंदी विश्वविद्यालय बचाओ अभियान- शोषण एवं भ्रष्टाचार के विरुद्ध होगी न्याय यात्रा : डॉ. कठेरिया
विश्व अहिंसा दिवस के अवसर पर हिंदी विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष एवं जनसंचार विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. धरवेश कठेरिया ने हिंदी विश्वविद्यालय में कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह के द्वारा अनेक भ्रष्टाचार एवं प्रशासनिक अनियमित्तताओं और जातिगत भेदभाव के विरुद्ध न्याय एवं संविधान बचाने हेतु संघर्ष करने का आह्वान किया है।
वर्धा। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. धरवेश कठेरिया ने गांधी हिल स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए समता भवन स्थित डॉ. बाबा साहब अंबेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किया। आगामी 15 अक्तूबर को सेवाग्राम (वर्धा) से शिक्षा मंत्रालय होते हुए राजघाट- दिल्ली तक शोषण एवं भ्रष्टाचार के विरुद्ध न्याय यात्रा पर जाने का निश्चय किया।
वर्धा के हिंदी विश्वविद्यालय में लंबे समय से अराजकता का माहौल बना हुआ है। विश्वविद्यालय में नियुक्तियों को लेकर जांच की मांग, प्रमोशन में घोटाला, अतिथि अध्यापकों की अनावश्यक नियुक्तियां, विश्वविद्यालय में अकादमिक अराजकता, ऑनलाइन परीक्षा घोटाला, विश्वविद्यालय की साख संस्था द्वारा लोन वितरण में गड़बड़ी के मामले कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह और कार्यवाहक कुलसचिव द्वारा दबाए जा रहे हैं।
वहीं पूर्व कुलसचिव एवं शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. धरवेश कठेरिया को जानबूझकर झूठे आरोपों में फंसाकर उनके विरुद्ध जांच गठित कर परेशान किया जा रहा हैl इसके अलावा अनेक प्रशासनिक कदाचार वर्तमान कार्यवाहक कुलपति प्रो. के. के. सिंह अपने प्रशासनिक अधिकारों का दुरुपयोग कर रहे हैं। सभी विषयों पर तमाम मीडिया संस्थाओं के द्वारा समय-समय पर रिपोर्ट प्रकाशित होने के कारण देश-दुनिया के सामने विश्वविद्यालय के मनमाने संचालन का खुलासा हुआ है। भ्रष्ट पदाधिकरियों द्वारा अनियमितताओं के कारण वर्धा विश्वविद्यालय की छवि लगातार खराब हो रही है। विश्वविद्यालय में अध्यापन-अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों में खासा कमी आई है। वर्तमान सत्र में अनेक विभागों में तो छात्रों की संख्या एक और दो ही है।
कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह के द्वारा भ्रष्टाचार एवं भ्रष्टाचारियों को बढ़ावा देने से विश्वविद्यालय का माहौल अकादमिक एवं प्रशासनिक अराजकता से सराबोर है। विश्वविद्यालय में अगस्त 2023 से स्थायी कुलपति ना नियुक्त हो पाने के कारण भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय को तत्काल विश्वविद्यालय पर ध्यान देने और कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह को तत्काल हटाते हुए न्याय संगत निर्णय लेने की आवश्यकता है। शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. धरवेश कठेरिया ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन गांधी हिल स्थित प्रतिमा एवं समता भवन के सामने डॉ. बाबा साहब अंबेडकर जी को पुष्पांजलि करते हुए प्रण किया कि वह 15 अक्तूबर को सेवाग्राम (वर्धा) से शिक्षा मंत्रालय होते हुए राजघाट- दिल्ली तक, शोषण एवं भ्रष्टाचार के विरुद्ध न्याय यात्रा करेंगे। डॉ. कठेरिया इस यात्रा में जनमानस के सहभागिता की अपील और लोगों को संबोधित भी करेंगे।
सेवाग्राम से दिल्ली शिक्षा मंत्रालय तक यात्रा के दौरान माननीय शिक्षा मंत्री को वर्धा के सेवाग्राम आश्रम से सत्य और नागपुर की दीक्षाभूमि से न्याय के लिए पवित्र मिट्टी भेंट करेंगे। जिससे शिक्षा मंत्रालय अपने-आपको सत्य और न्याय के लिए मजबूत बना सके। वहीं समय रहते हुए महाराष्ट्र के एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय पर समुचित निर्णय कर शोषण करने वालों के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्यवाही कर सके।
विश्व अहिंसा दिवस के अवसर पर हिंदी विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष एवं जनसंचार विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. धरवेश कठेरिया ने हिंदी विश्वविद्यालय में कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर के. के. सिंह के द्वारा अनेक भ्रष्टाचार एवं प्रशासनिक अनियमित्तताओं और जातिगत भेदभाव के विरुद्ध न्याय एवं संविधान बचाने हेतु संघर्ष करने का आह्वान किया है। डॉ. कठेरिया ने इस अवसर पर विभिन्न पदाधिकारियों एवं उच्च शिक्षा के लिए निष्ठापूर्ण कार्य कर रहे लोगो से चर्चा भी की। विदित हो की हिंदी विश्वदिद्यालय के उच्च पदाधिकारियों द्वारा विगत कई वर्षों से अनेक नियुक्तियों में गड़बड़ियां की जिसके संबंध में शिक्षा मंत्रालय ने संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए, वर्तमान तक हिंदी विश्वविद्यालय के शीर्ष पदाधिकारियों ने भ्रष्टाचार और अनियमित्तताओं पर चुप्पी साध रखी है। दूसरी ओर दस्तावेजों में हेराफेरी और लीपापोती कर हिंदी विश्वविद्यालय के शीर्ष पदाधिकारी ने अराजक माहौल बनाकर महात्म गांधी के नाम पर स्थापित महाराष्ट्र के एक मात्र केन्द्रीय हिंदी विश्वविद्यालय को अकादमिक एवं प्रशासनिक रूप से भ्रष्ट एवं दूषित कर रखा है।
डॉ. कठेरिया ने आगे कहा कि आज विश्वविद्यालय को बचाने के लिए हम सभी को आगे आना होगा, सच की लड़ाई लड़नी होगी, भ्रष्ट पदाधिकारियों द्वारा किए जा रहे शोषण के विरुद्ध संग्राम में उतरना होगा, कर्म समर्पित करना होगा। तभी हम विकसित भारत और अखंड भारत के सपने को पूरा कर सकेंगे। महाराष्ट्र के एक मात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय की धूमिल होती छवि और अकादमिक प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए यह यात्रा महत्वपूर्ण होगी। सेवाग्राम से भारत के विभिन्न महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय, स्थानों से होते हुए शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार को सेवाग्राम और दीक्षाभूमि की संकल्पित माटी अर्पित कर राजघाट नई दिल्ली में इस यात्रा को पूर्ण किया जाएगा।