ऋषिकेश: इस बार सैर करें “योग की राजधानी” की, कम बजट में घूमें पूरा ऋषिकेश
यह उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से 42 किमी की दूरी पर बसा एक पर्यटन नगर है।
ऋषिकेश को "योग की राजधानी" भी कहा जाता है और यह स्थान योग, ध्यान और आयुर्वेद के लिए विश्वप्रसिद्ध है।
ऋषिकेश उत्तराखंड राज्य के देहरादून जिले में स्थित एक प्रमुख तीर्थस्थल और पर्यटन स्थल है। यह शहर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है और हिमालय की तलहटी में स्थित है। यह उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से 42 किमी की दूरी पर बसा एक पर्यटन नगर है। अनादिकाल से ही ऋषिकेश तपस्वियों, ऋषि मुनियों के तप के लिए पवित्र स्थल रहा है। यहाँ भारी संख्या में श्रद्धालु तीर्थ यात्रा करने आते हैं और पवित्र गंगा मैया में डुबकी लगाकर अपने पापों से मुक्ति की कामना करते हैं। ऋषिकेश को "योग की राजधानी" भी कहा जाता है और यह स्थान योग, ध्यान और आयुर्वेद के लिए विश्वप्रसिद्ध है। ऋषिकेश का प्रमुख दर्शनीय है रोज होने वाली गंगा आरती, जहां माता गंगा की पूजा अर्चना कर उन्हे प्रसन्न किया जाता है। ऋषकेश को केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और योमनोत्री का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।
ऋषिकेश का धार्मिक महत्व प्राचीन काल से है। यह माना जाता है कि भगवान विष्णु के अवतार भगवान राम और उनके भाई लक्ष्मण ने यहाँ तपस्या की थी। लक्ष्मण झूला, जो कि गंगा नदी पर बना एक लटकता पुल है, इसी पौराणिक कथा से जुड़ा हुआ है। यहाँ कई प्राचीन मंदिर और आश्रम हैं जैसे कि त्रिवेणी घाट, परमार्थ निकेतन, स्वर्ग आश्रम, और नीलकंठ महादेव मंदिर।
ऋषिकेश में हर साल अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन होता है, जिसमें विश्वभर से योग प्रेमी भाग लेते हैं। यहाँ के विभिन्न आश्रमों और केंद्रों में आयुर्वेदिक चिकित्सा और योग की शिक्षा दी जाती है। यहाँ कई रेस्तरां और कैफे हैं जो विभिन्न प्रकार के भारतीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजन परोसते हैं। आवास के लिए ऋषिकेश में विभिन्न बजट के होटल, गेस्ट हाउस, और आश्रम उपलब्ध हैं। ऋषिकेश एक शाकाहारी और मद्यमुक्त नगर है।
ऋषिकेश के प्रमुख पर्यटन स्थल:
1. लक्ष्मण झूला: यह एक प्रसिद्ध झूला पुल है जो गंगा नदी के ऊपर बना हुआ है। यह पुल पौराणिक कथा के अनुसार भगवान लक्ष्मण द्वारा बनाया गया था।
2. राम झूला: लक्ष्मण झूला के समान, यह भी एक झूला पुल है जो गंगा नदी के ऊपर बना है और यहाँ से सुंदर दृश्य देखने को मिलते हैं।
3. त्रिवेणी घाट: यह घाट गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। यहाँ शाम की गंगा आरती एक प्रमुख आकर्षण है।
4. नीलकंठ महादेव मंदिर: यह भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण मंदिर है जो ऋषिकेश से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
5. परमार्थ निकेतन आश्रम: यह ऋषिकेश का सबसे बड़ा आश्रम है और यहाँ नियमित रूप से योग, ध्यान और आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
6. स्वर्ग आश्रम: यह क्षेत्र धार्मिक गतिविधियों और आश्रमों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के मंदिर, घाट और आश्रम दर्शनीय हैं।
7. गीता भवन: यह एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जहाँ भगवद गीता पर आधारित व्याख्यान और प्रवचन आयोजित होते हैं।
8. कुंजापुरी मंदिर: यह एक देवी दुर्गा को समर्पित मंदिर है जहाँ से हिमालय और सूर्योदय के अद्भुत दृश्य देखे जा सकते हैं।
9. राफ्टिंग और एडवेंचर स्पोर्ट्स: ऋषिकेश गंगा नदी में राफ्टिंग के लिए विश्वप्रसिद्ध है। इसके अलावा यहाँ बंजी जम्पिंग, ट्रेकिंग और कैम्पिंग जैसी एडवेंचर गतिविधियाँ भी लोकप्रिय हैं।
10. वशिष्ठ गुफा: यह गुफा महर्षि वशिष्ठ की तपस्या स्थली मानी जाती है और यहाँ शांति और ध्यान के लिए एक आदर्श स्थान है।
इसके अलावा भरत मंदिर, कैलाश निकेतन मंदिर, मोहनचट्टी, जलप्रपात जैसे आदि अन्य घूमने लायक जगहें हैं।
ऋषिकेश में करने लायक रोमांचक गतिविधियाँ:
ऋषिकेश में पर्यटकों के लिए कई रोमांचक गतिविधियाँ भी उपलब्ध हैं जैसे-
1. रिवर राफ्टिंग: गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग का आनंद ले सकते हैं।
2. बंजी जम्पिंग: यह विश्वप्रसिद्ध बंजी जम्पिंग पॉइंट्स हैं।
3. कैंपिंग और ट्रेकिंग: हिमालय की तलहटी में कैंपिंग और ट्रेकिंग के कई विकल्प हैं।
4. योग और ध्यान: विभिन्न योग और ध्यान केंद्र हैं जहाँ आप शांति और आत्मिक विकास के लिए आ सकते हैं।
ऋषिकेश घूमने किस मौसम में जाएं:
ऋषिकेश में मौसम साल भर सुहाना रहता है, लेकिन सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर के बीच का है। फिर भी ऋषिकेश में आप हर मौसम में अलग-अलग चीजों का आनंद उठा सकते हैं। जैसे-
अक्टूबर से फरवरी: इन महीनों में ऋषिकेश का तापमान 19 से 27 डिग्री तक रहता है जो घूमने के लिए अनुकूल वातावरण का निर्माण करता है। ये महीने राफ्टिंग के लिहाज से बेस्ट माने जाते हैं। इन महीनों में यदि जाने का प्लान करें तो उनी कपड़े लेकर जाना न भूलें।
मार्च से जून: इन महीनों में तापमान 35 डिग्री तक होता है। इस समय पर इंटरनेशनल योग डे के विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होता है। जून में तापमान सबसे ज्यादा होता है और इस समय राफ्टिंग भी बंद रहती है।
जुलाई से सितंबर: जुलाई से सितंबर के बीच ऋषिकेश में बारिश का मौसम होता है। बारिश के वजह से नदियों में तेजी आ जाती है जिसके कारण राफ्टिंग बंद रहती है।
ऋषिकेश कैसे पहुंचे:
ऋषिकेश सड़क, रेल और हवाई मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहाँ का सबसे निकटतम हवाई अड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो लगभग 20 किलोमीटर दूर है। ऋषिकेश का निकटतम रेलवेस्टेशन हरिद्वार है जो लगभग 25 किमी दूर है। ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग 58 के माध्यम से अन्य शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से ऋषिकेश के लिए ड्राइविंग लगभग 6-7 घंटे होंगे।
ऋषिकेश अपने धार्मिक, आध्यात्मिक और एडवेंचर गतिविधियों के लिए एक अद्वितीय गंतव्य है जो हर प्रकार के पर्यटक के लिए कुछ न कुछ खास पेश करता है।