पर्यटन के साथ ही कई राष्ट्रीय संस्थानों और संगठनों का मुख्यालय है देहरादून

Tue 05-Nov-2024,06:27 PM IST +05:30
पर्यटन के साथ ही कई राष्ट्रीय संस्थानों और संगठनों का मुख्यालय है देहरादून dehradun
  • क्रिसमस और नए साल के समय यहां का वातावरण बहुत ही रोमांचक होता है।​

  • देहरादून का इतिहास बेहद समृद्ध और विविधतापूर्ण है। यह क्षेत्र प्राचीन समय से ही विभिन्न संस्कृतियों और सभ्यताओं का केंद्र रहा है।

Uttarakhand / Dehradun :

देहरादून, उत्तराखंड राज्य की राजधानी है जो भारत के सबसे सुंदर और लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। हिमालय की तलहटी में बसा यह शहर अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे जंगलोंऔर समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। देहरादून का शांत वातावरण और सुंदर परिदृश्य इसे छुट्टियों के लिए एक आदर्श स्थान बनाते हैं। देहरादून उत्तराखंड के दून घाटी के बीच में बसा है जिसका नाम "देहरा" (अर्थात् "डेरा" या शिविर) और "दून" (अर्थात् "घाटी") से मिलकर बना है। देहरादून की जलवायु समशीतोष्ण है इसलिए यहाँ गर्मियों में भी ठंडक रहती है। वन अनुसंधान संस्थान जो वानिकी में अपने अनुसंधान कार्य के लिए विश्व प्रसिद्ध है, यहाँ स्थापित है। साथ ही यहाँ तेल और प्राकृतिक आयोग जैसे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों का मुख्यालय, भारत का सर्वेक्षण आदि भी स्थित है।देहरादून की संस्कृति विविधता से भरी हुई है। यहां विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोग मिल-जुलकर रहते हैं। देहरादून का स्थानीय भोजन भी बहुत स्वादिष्ट होता है। यहां के प्रसिद्ध व्यंजनों में काफुली, फाणु और गहत की दाल शामिल हैं।

देहरादून का इतिहास बेहद समृद्ध और विविधतापूर्ण है। यह क्षेत्र प्राचीन समय से ही विभिन्न संस्कृतियों और सभ्यताओं का केंद्र रहा है। देहरादून का उल्लेख महाभारत और रामायण जैसे प्राचीन हिंदू ग्रंथों में मिलता है। माना जाता है कि गुरु द्रोणाचार्य, जो महाभारत के एक प्रमुख चरित्र और पांडवों एवं कौरवों के गुरु थे, यहां बसते थे। इसीलिए इस क्षेत्र का नाम द्रोणनगरी पड़ा। मध्यकाल में देहरादून गढ़वाल राज्य का हिस्सा था। यह क्षेत्र विभिन्न राजाओं के शासन में रहा, जिनमें सबसे प्रमुख गढ़वाल नरेश थे। इस समय देहरादून में कई मंदिरों और किलों का निर्माण हुआ।

सिख इतिहास में भी देहरादून का महत्वपूर्ण स्थान है। 1676 मेंगुरु राम राय, जो गुरु हर राय के पुत्र थे, ने अपने अनुयायियों के साथ यहां एक डेरा स्थापित किया। यही "डेरा" बाद में "देहरा" के नाम से प्रसिद्ध हुआ। गुरु राम राय दरबार साहिब, जो आज भी एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, उसी समय का स्मारक है। ब्रिटिश शासनकाल में देहरादून का महत्व और बढ़ गया। 1814-1816 के एंग्लो-नेपाली युद्ध के बाद इस क्षेत्र को ब्रिटिश साम्राज्य में शामिल कर लिया गया। अंग्रेजों ने यहां कई स्कूल, अस्पताल और प्रशासनिक भवनों का निर्माण किया। 1871 में दून स्कूल की स्थापना की गई, जो आज भारत के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक है।

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाददेहरादून उत्तर प्रदेश राज्य का हिस्सा बना। सन2000 में उत्तराखंड राज्य के गठन के बाद, देहरादून को राज्य की अस्थायी राजधानी बनाया गया। इसके बाद 2002 में इसे उत्तराखंड की स्थायी राजधानी घोषित कर दिया गया। आज देहरादून एक प्रमुख शैक्षणिक और प्रशासनिक केंद्र है। यहां भारतीय सैन्य अकादमी (Indian Military Academy), वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी (Wadia Institute of Himalayan Geology) और भारतीय वन्यजीव संस्थान (Wildlife Institute of India) जैसे प्रतिष्ठित संस्थान स्थित हैं। इसके अलावा यह शहर अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे जंगलों और पर्यटन स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है।

देहरादून में घूमने की जगह:

  1. सहस्त्रधारा:सहस्त्रधारा देहरादून के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह एक प्राकृतिक झरना है जहां कई छोटी-छोटी धाराएँ मिलती हैं। सहस्त्रधारा का पानी सल्फर से भरपूर है और इसे औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।
  2. रॉबर्स केव (गुच्चुपानी):रॉबर्स केव एक प्राकृतिक गुफा है जो देहरादून से लगभग 8 किलोमीटर दूर है। यह गुफा एक संकरी नदी के कारण बनी है और इसके ठंडे पानी में चलने का अनुभव बेहद रोमांचक होता है। यह स्थान पिकनिक के लिए भी प्रसिद्ध है।
  3. टपकेश्वर मंदिर:टपकेश्वर महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे देहरादून का सबसे प्राचीन मंदिर माना जाता है। यह मंदिर एक गुफा के अंदर स्थित है और यहां एक प्राकृतिक जलधारा भगवान शिव की मूर्ति पर निरंतर गिरती रहती है। इस धार्मिक स्थल की महिमा और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है।
  4. हर की दून: ट्रैकिंग के शौक रखने वालों के लिए यह देहरादून की एक सुंदर घाटी है जो समुद्र तल से 3566 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
  5. एफआरआई: यह 2000 एकड़ में फैला फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट है जो अंग्रेजों द्वारा बनवाई गई है। यहाँ स्टूडेंट्स ऑफ द ईयर, सलामी जैसी कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है।
  6. मिन्ड्रोलिंग मॉनेस्ट्री:देहरादून का मिन्ड्रोलिंग मॉनेस्ट्री जिसे बुद्धा मंदिर भी कहा जाता है, तिब्बती बौद्ध संस्कृति का प्रमुख केंद्र है। यहां का स्थापत्य कला, भव्य मूर्तियाँ और शांत वातावरण पर्यटकों को मानसिक शांति प्रदान करते हैं। इस मंदिर का उद्यान और स्टूपा भी बहुत प्रसिद्ध हैं। इस मॉनेस्ट्री को वर्ष 1965 में बनाया गया था जहां भगवान बुद्ध की करीब 103 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है।
  7. मालसी डियर पार्क: मालसी डियर पार्क एक मिनी जूलॉजिकल पार्क है जो खासकर बच्चों और परिवारों के लिए एक अच्छा स्थान है। यहां हिरणों के अलावा कई अन्य जानवर और पक्षी भी देखे जा सकते हैं। यह पार्क देहरादून- मसूरी रोड पर स्थित है और पिकनिक के लिए एक आदर्श स्थान है।
  8. इंडियन मिलिटरी एकेडमी:देहरादून में स्थित इंडियन मिलिटरी एकेडमी सेना अधिकारियों के प्रशिक्षण का एक प्रमुख संस्थान है। यहाँ स्थित म्यूजियम, पुस्तकालय, युद्ध स्मारक, गोला बारूद शूटिंग प्रदर्शन कक्ष और फ्रिमा गोल्फ कोर्स प्रमुख दर्शनीय स्थल है।
  9. खलंगा वार मेमोरियल: उत्तराखंड में इतिहास की कई निशानियाँ मौजूद हैं। इनमें से एक है खलंगा वार मेमोरियल। पहाड़ पर जंगलों के बीच स्थित यह मेमोरियल गोरखाली वीरों की बहादुरी की निशानी है।

इसके अलावा वाडिया संस्थान, गुरु रामायण दरबार, संतौला देवी मंदिर, लक्ष्मण सिद्ध, चंद्रबानी, साई दरबार, महान स्तूप, राजाजी नेशनल पार्क, कालसी, भागीरथ रिज़ॉर्ट, लच्छीवाला आदि अन्य घूमने लायक जगहें देहरादून में स्थित है।

देहरादून में कौन कौन सी एक्टिविटी करें:

  1. ट्रेकिंग और हाइकिंग:देहरादून की पहाड़ियों में कई ट्रेकिंग और हाइकिंग के मार्ग उपलब्ध हैं। यहां की प्राकृतिक सुंदरता और शुद्ध वातावरण ट्रेकिंग के अनुभव को और भी रोमांचक बनाते हैं। कुछ लोकप्रिय ट्रेकिंग स्थलों में नाग टिब्बा, मालदेवता और असन बैराज शामिल हैं।
  2. कैम्पिंग:देहरादून और उसके आसपास के क्षेत्र कैम्पिंग के लिए बहुत अच्छे हैं। यहां के जंगलों और पहाड़ियों में कैम्पिंग का अनुभव अविस्मरणीय होता है। रात के समय तारों से भरा आकाश और जंगल की शांत आवाजें पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती हैं।
  3. रिवर राफ्टिंग:देहरादून के पास की नदियों में रिवर राफ्टिंग का मजा लिया जा सकता है। यह गतिविधि रोमांचकारी लोगों के लिए बहुत आकर्षक है। ऋषिकेश, जो देहरादून से करीब है, रिवर राफ्टिंग के लिए प्रसिद्ध है।

देहरादून जाने का सही समय:

देहरादून घूमने के लिए सही समय की जानकारी महत्वपूर्ण है। यह शहर पूरे साल पर्यटकों का स्वागत करता है, लेकिन अलग-अलग मौसम में इसकी खूबसूरती और अनुभव बदलते रहते हैं। जैसे-

  • गर्मी (अप्रैल से जून):गर्मी का मौसम देहरादून घूमने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस समय तापमान 17°C से 35°C के बीच रहता है, जो कि यात्रा और पर्यटन के लिए बहुत ही अनुकूल है। यह समय पिकनिक, ट्रेकिंगऔर अन्य आउटडोर गतिविधियों के लिए सबसे अच्छा है।
  • 2. मानसून (जुलाई से सितंबर):मानसून का मौसम देहरादून में हरा-भरा और ताजगी भरा होता है। हालांकि, इस दौरान भारी बारिश के कारण कभी-कभी यात्रा में रुकावट आ सकती है। अगर आपको बारिश का आनंद लेना पसंद है और भीड़ से बचना चाहते हैं, तो मानसून में देहरादून का दौरा कर सकते हैं।
  • सर्दी (अक्टूबर से मार्च):सर्दियों का मौसम भी देहरादून घूमने के लिए अच्छा होता है। इस समय तापमान 3°C से 22°C के बीच रहता है। ठंड के मौसम में देहरादून की प्राकृतिक सुंदरता और भी निखर जाती है। क्रिसमस और नए साल के समय यहां का वातावरण बहुत ही रोमांचक होता है।

देहरादून कैसे पहुंचें:

  1. हवाई मार्ग:देहरादून का जॉली ग्रांट हवाई अड्डा (Dehradun's Jolly Grant Airport) देश के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरुऔर अन्य प्रमुख शहरों से यहां के लिए नियमित उड़ानें उपलब्ध हैं। हवाई अड्डा देहरादून शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर है और टैक्सी या बस के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
  2. रेल मार्ग:देहरादून रेलवे स्टेशन (Dehradun Railway Station) उत्तर भारत के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है। यह स्टेशन दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, वाराणसीऔर अन्य प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेसऔर अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनें यहां से गुजरती हैं।
  3. सड़क मार्ग:देहरादून सड़क मार्ग से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से देहरादून की दूरी लगभग 240 किलोमीटर है और यह यात्रा 5-6 घंटे में पूरी की जा सकती है। उत्तर प्रदेश, हरियाणाऔर अन्य पड़ोसी राज्यों से भी देहरादून के लिए बसें और टैक्सियाँ उपलब्ध हैं। एनएच 72 और एनएच 307 जैसे राष्ट्रीय राजमार्ग देहरादून को देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ते हैं।

इसके साथ ही देहरादून में स्थानीय परिवहन के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं। ऑटो रिक्शा, टैक्सीऔर बसें शहर में आसानी से मिल जाती हैं। इसके अलावाकार और बाइक किराए पर लेकर भी शहर घूम सकते हैं।

देहरादून एक ऐसा शहर है जहां आप किसी भी मौसम में जा सकते हैं। गर्मी के मौसम में यह जगह सबसे सुंदर और सुविधाजनक होती है, लेकिन सर्दियों और मानसून में भी इसकी अपनी खासियतें हैं। प्राचीन काल से लेकर आधुनिक समय तकइस शहर ने कई महत्वपूर्ण परिवर्तन देखे हैं और यह हमेशा से ही ज्ञान, शिक्षाऔर सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र रहा है।देहरादून न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए जाना जाता है बल्कि यहां के आकर्षण और गतिविधियाँ इसे पर्यटकों के लिए एक आदर्श स्थल बनाते हैं। चाहे आप धार्मिक यात्रा पर हों, प्रकृति प्रेमी होंया रोमांचक गतिविधियों के शौकीन हों, देहरादून में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। अपने परिवार और दोस्तों के साथ कुछ सुकून भरे पल बिताने के लिए देहरादून अवश्य जाएं।