प्रधानमंत्री मोदी और मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव की भेंट: आतंकवाद के विरुद्ध एकजुटता और सहिष्णुता की पहल
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

प्रधानमंत्री मोदी और मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख डॉ. मोहम्मद अल-इसा ने जेद्दा में मुलाकात कर आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और सहिष्णुता पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने भारत की विविधता, वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत और सऊदी अरब के साथ मजबूत साझेदारी को रेखांकित किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज जेद्दा में मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख डॉ. मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इसा से एक महत्वपूर्ण भेंट की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया और विशेष रूप से हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए भीषण आतंकी हमले पर चर्चा की। महासचिव अल-इसा ने इस नृशंस हमले की कड़ी निंदा की और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए निर्दोष लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री मोदी ने महासचिव के साथ जुलाई 2023 में नई दिल्ली में हुई अपनी बैठक को याद किया और मुस्लिम वर्ल्ड लीग की उस भूमिका की सराहना की, जो वह सहिष्णुता, संयम और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने में निभा रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए अत्यंत आवश्यक हैं, विशेषकर आज के समय में जब कट्टरपंथ और हिंसा जैसी चुनौतियाँ सामने हैं।
प्रधानमंत्री ने भारत के प्राचीन दर्शन "वसुधैव कुटुम्बकम" का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो विविधता में एकता को जीवंत रूप से प्रदर्शित करता है। उन्होंने बताया कि भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहुभाषी, बहु-जातीय और बहु-धार्मिक समाज है, और उसकी विविधता ही उसकी सबसे बड़ी शक्ति है। यह विविधता न केवल भारतीय समाज और राजनीति की जीवंतता का स्रोत है, बल्कि यह सहिष्णुता और समावेशिता की संस्कृति को भी पोषित करती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मुस्लिम वर्ल्ड लीग द्वारा उग्रवाद, आतंकवाद और हिंसा के विरुद्ध उठाए जा रहे ठोस कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुस्लिम वर्ल्ड लीग जैसे संगठनों की भूमिका आज के समय में और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है, क्योंकि ये न केवल इस्लाम धर्म की मूल भावना – शांति, भाईचारा और करुणा – को उजागर करते हैं, बल्कि वैश्विक संवाद और सहयोग को भी बल देते हैं।
भारत और सऊदी अरब के संबंधों पर बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत इन संबंधों को अत्यधिक महत्व देता है। उन्होंने इसे एक स्थायी और बहुआयामी साझेदारी बताया, जो व्यापार, ऊर्जा, सुरक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच संपर्क जैसे कई क्षेत्रों में निरंतर प्रगति कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच गहरे सामाजिक-सांस्कृतिक संबंध इस साझेदारी की नींव को और मजबूत करते हैं।
इस भेंट ने न केवल भारत और मुस्लिम वर्ल्ड लीग के बीच सहयोग को नई दिशा दी, बल्कि वैश्विक स्तर पर सहिष्णुता, शांति और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता के संदेश को भी सुदृढ़ किया। यह संवाद आने वाले समय में वैश्विक शांति स्थापना के प्रयासों में एक प्रेरणा साबित हो सकता है।