तहव्वुर राणा की वापसी और एनआईए की पूछताछ: एक अहम मोड़
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राणा की गिरफ्तारी और पूछताछ भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह 26/11 मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक, डेविड कोलमैन हेडली का करीबी था। हेडली ने मुंबई में हमले से पहले कई बार रेकी की थी और राणा ने उसकी लॉजिस्टिक और वित्तीय सहायता की थी
पूछताछ में राणा से कई अहम सवाल किए जाएंगे, जैसे – डेविड हेडली को भारत में वीजा दिलाने में उसकी भूमिका, भारत में उसकी गतिविधियां, लश्कर-ए-तैयबा से उसके संबंध, और मुंबई हमले की योजना में उसकी सीधी भागीदारी। एनआईए को उम्मीद है कि इस पूछताछ से मुंबई हमले के कई अनसुलझे पहलुओं पर से पर्दा हटेगा।
मुंबई आतंकी हमलों के एक अहम किरदार तहव्वुर हुसैन राणा को आखिरकार भारत लाया गया है, जिससे 16 वर्षों का लंबा इंतजार खत्म हुआ है। पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक राणा अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में है। उसे आधी रात को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे 18 दिनों की एनआईए रिमांड में भेज दिया। इसके बाद उसे एनआईए मुख्यालय ले जाया गया और फिलहाल वहीं एक लॉकअप में रखा गया है।
राणा की गिरफ्तारी और पूछताछ भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह 26/11 मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक, डेविड कोलमैन हेडली का करीबी था। हेडली ने मुंबई में हमले से पहले कई बार रेकी की थी और राणा ने उसकी लॉजिस्टिक और वित्तीय सहायता की थी। एनआईए के पास दोनों के बीच हुई ईमेल बातचीत के कई ठोस सबूत हैं, जिनमें हमले की योजनाएं और अन्य आतंकियों की संलिप्तता का विवरण मिलता है।
फिलहाल राणा एनआईए मुख्यालय के ग्राउंड फ्लोर पर बने लॉकअप में है। लॉकअप के ठीक बगल में इंटेरोगेशन रूम तैयार किया गया है, जिसमें सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में पूछताछ होगी। शुक्रवार सुबह तक राणा गहरी नींद में था, और अधिकारियों ने उसे जगाने की कोशिश नहीं की क्योंकि उनके पास पूरे 18 दिन का समय है और वे पूछताछ को जल्दबाजी में नहीं करना चाहते। आज सुबह 11 बजे से उससे पूछताछ शुरू होने की उम्मीद है।
पूछताछ के लिए एनआईए ने 12 अधिकारियों की एक स्पेशल टीम बनाई है, जिसका नेतृत्व DIG जया रॉय करेंगी। एसपी और डीएसपी स्तर के अधिकारी सीधे तौर पर राणा से सवाल-जवाब करेंगे। इसी दौरान एनआईए के DG और वरिष्ठ अधिकारियों की एक अहम बैठक भी होगी, जिसके बाद पूछताछ औपचारिक रूप से शुरू की जाएगी।
पूछताछ में राणा से कई अहम सवाल किए जाएंगे, जैसे – डेविड हेडली को भारत में वीजा दिलाने में उसकी भूमिका, भारत में उसकी गतिविधियां, लश्कर-ए-तैयबा से उसके संबंध, और मुंबई हमले की योजना में उसकी सीधी भागीदारी। एनआईए को उम्मीद है कि इस पूछताछ से मुंबई हमले के कई अनसुलझे पहलुओं पर से पर्दा हटेगा।
एनआईए रोजाना पूछताछ की रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) को सौंपेगी। एजेंसी इस प्रक्रिया को बेहद संवेदनशील और योजनाबद्ध ढंग से आगे बढ़ा रही है, ताकि किसी भी अहम जानकारी का नुकसान न हो। तहव्वुर राणा की भारत वापसी और उससे शुरू हुई जांच मुंबई हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।