बाबूलाल मरांडी बने झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मरांडी को बधाई देते हुए कहा कि सदन के लिए विपक्ष का नेता चुना जाना महत्वपूर्ण है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और विधायक सीपी सिंह की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए। उन्होंने बीजेपी में अंतर्कलह का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी के अंदर मतभेद हैं।
रांची/ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने झारखंड विधानसभा में विधायक दल के नेता के रूप में बाबूलाल मरांडी को चुना है। यह निर्णय 6 मार्च 2025 को रांची स्थित प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक में लिया गया, जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव और के. लक्ष्मण की उपस्थिति रही। सर्वसम्मति से उनके नाम को स्वीकृति मिलने के बाद विधानसभा अध्यक्ष को इसकी सूचना दे दी गई और मरांडी को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया गया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मरांडी को बधाई देते हुए कहा कि सदन के लिए विपक्ष का नेता चुना जाना महत्वपूर्ण है। नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद मरांडी ने पार्टी नेतृत्व और विधायकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वे पूरी निष्ठा से सदन के अंदर और बाहर दल को मजबूत करने का कार्य करेंगे।
इस बीच, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और विधायक सीपी सिंह की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए। उन्होंने बीजेपी में अंतर्कलह का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी के अंदर मतभेद हैं।
इन आरोपों पर बीजेपी विधायक डॉ. मंजू कुमारी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बैठक में सर्वसम्मति से मरांडी को नेता चुना गया। चंपाई सोरेन और सीपी सिंह की अनुपस्थिति का कारण व्यक्तिगत था, न कि कोई नाराजगी।
बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में बीजेपी विधायक दल की एकजुटता और संगठन को मजबूत करना उनकी प्राथमिकता रहेगी।