औरंगजेब पर बयानबाजी से मचा बवाल, अबू आजमी ने लिया बयान वापस
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कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने औरंगजेब का समर्थन करते हुए उसे अखंड भारत बनाने वाला बादशाह बताया।
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि औरंगजेब ने मंदिर तोड़े, लेकिन मंदिरों को धन भी दिया।
समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी और कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के औरंगजेब को लेकर दिए गए बयान राजनीतिक विवाद का कारण बन गए हैं। अबू आजमी ने औरंगजेब को आतताई मानने से इनकार करते हुए कहा था कि वह असहिष्णु शासक नहीं थे, बल्कि उन्होंने मंदिरें भी बनवाई थीं। उनके अनुसार, औरंगजेब के बारे में गलत इतिहास प्रस्तुत किया जा रहा है।
अब कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी औरंगजेब का समर्थन करते हुए उसे अखंड भारत बनाने वाला बादशाह बताया। उन्होंने कहा कि एक फिल्म से इतिहास नहीं मिट सकता और औरंगजेब को लेकर लोगों को सही जानकारी मिलनी चाहिए। मसूद के अनुसार, औरंगजेब के शासनकाल में देश की जीडीपी उच्च स्तर पर थी और उसने बर्मा तक अखंड भारत का विस्तार किया था।
इमरान मसूद ने यह भी कहा कि मुगलों ने इसी देश में जन्म लिया और इसी मिट्टी में खत्म हो गए, जबकि अंग्रेज लूटकर चले गए। उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि नफरत की राजनीति देश को नुकसान पहुंचाएगी और 25 करोड़ लोगों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
अबू आजमी को कांग्रेस नेताओं का भी समर्थन मिला। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि औरंगजेब ने मंदिर तोड़े, लेकिन मंदिरों को धन भी दिया। वहीं, कांग्रेस नेता उदित राज ने सवाल किया कि हिंदुओं में भी क्रूर राजा हुए हैं, फिर सिर्फ औरंगजेब को ही निशाना क्यों बनाया जा रहा है?
इस बयानबाजी के चलते महाराष्ट्र विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। महायुति गठबंधन और विपक्षी शिवसेना (यूबीटी) ने अबू आजमी के निलंबन की मांग उठाई। डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने उन्हें देशद्रोही तक कह दिया। विवाद बढ़ता देख अबू आजमी ने अपने बयान को वापस ले लिया और सफाई देते हुए कहा कि उनका उद्देश्य किसी का अपमान करना नहीं था। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज, डॉ. भीमराव अंबेडकर और ज्योतिराव फुले का सम्मान करने की बात कही और कहा कि यदि उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची हो, तो वे इसे वापस लेते हैं।