जेवर एयरपोर्ट: एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डे की शुरुआत जल्द
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जेवर एयरपोर्ट के संचालन से आसपास के कई जिलों का तेजी से विकास होगा। इनमें बुलंदशहर, पलवल, परी चौक, नोएडा और फरीदाबाद जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर यात्रीभार कम करने के उद्देश्य से जेवर एयरपोर्ट को विकसित किया गया है।
जेवर एयरपोर्ट न केवल उत्तर भारत बल्कि पूरे देश की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा और आर्थिक वृद्धि को नया आयाम देगा।
Noida/ एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डे जेवर एयरपोर्ट का संचालन जल्द शुरू होने जा रहा है। जानकारी के अनुसार, 17 अप्रैल 2025 से इस एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन संभव है। इसके शुरू होते ही देश-विदेश के यात्री इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
डायरेक्ट फ्लाइट की सुविधा
कई विमान कंपनियों ने लखनऊ, अहमदाबाद, वाराणसी, चेन्नई, जयपुर, हैदराबाद और मुंबई जैसे प्रमुख भारतीय शहरों के लिए डायरेक्ट फ्लाइट शुरू करने की घोषणा की है। इसके अलावा, दुबई, सिंगापुर और ज्यूरिख जैसे अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए भी सीधी उड़ानें शुरू होंगी।
आसपास के जिलों का विकास
जेवर एयरपोर्ट के संचालन से आसपास के कई जिलों का तेजी से विकास होगा। इनमें बुलंदशहर, पलवल, परी चौक, नोएडा और फरीदाबाद जैसे क्षेत्र शामिल हैं। हवाई अड्डे के शुरू होने से होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी सेवाओं और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।
दिल्ली एयरपोर्ट पर कम होगा दबाव
नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) पर यात्रीभार कम करने के उद्देश्य से जेवर एयरपोर्ट को विकसित किया गया है। इसके शुरू होने के बाद IGI एयरपोर्ट के यातायात का एक बड़ा हिस्सा यहां स्थानांतरित हो जाएगा।
अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद
इस एयरपोर्ट के शुरू होने से उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
जेवर एयरपोर्ट न केवल उत्तर भारत बल्कि पूरे देश की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा और आर्थिक वृद्धि को नया आयाम देगा।