Delhi Election Result: बड़ा राजनीतिक उलटफेर, कुमार विश्वास के बयान से मचा हड़कंप
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- 26 साल बाद भाजपा ने दिल्ली में वापसी करते हुए 70 में से 48 सीटें जीतीं, जबकि आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिलीं और कांग्रेस लगातार तीसरी बार शून्य पर रही। प्रवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से हराकर बड़ा उलटफेर किया।
- AAP की हार के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने उप-राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। एलजी वीके सक्सेना ने दिल्ली विधानसभा भंग करने का नोटिफिकेशन जारी किया।
Delhi/पूर्व आप नेता और कवि कुमार विश्वास ने कहा, "मैं भाजपा को इस जीत की बधाई देता हूँ और आशा करता हूँ कि वे दिल्ली के लोगों के लिए काम करेंगे... मुझे उस व्यक्ति के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है जिसने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के सपनों को कुचल दिया।
बताते चलें कि, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की करारी हार के एक दिन बाद रविवार को उप-राज्यपाल वी के सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया. सिविल लाइंस स्थित राज निवास पहुंचकर आतिशी ने अपना इस्तीफा एलजी विनय कुमार सक्सेना को सौंपा. एलजी सक्सेना ने मौजूदा दिल्ली विधानसभा को भंग कर दिया है, इसे लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है. दिल्ली के सीएम पद पर आतिशी 142 दिनों तक रहीं. वहीँ आतिशी ने दिल्ली चुनाव में पार्टी की हार स्वीकार की. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि, मैं दिल्ली के लोगों और हमारे समर्पित पार्टी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देती हूं जो दृढ़ रहे. हम जनादेश को स्वीकार करते हैं.
बता दें, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 26 साल बाद दिल्ली में धमाकेदार वापसी की है। शनिवार (8 फरवरी 2025) को हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को 22 सीटें मिलीं और कांग्रेस लगातार तीसरी बार खाता खोलने में असफल रही।
AAP के उम्मीदवार आले मोहम्मद इकबाल ने मटिया महल सीट से सबसे बड़े अंतर से जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा की दीप्ति इंदोरा को 42,724 वोटों से हराया। वहीं, भाजपा के चंदन कुमार चौधरी ने संगम विहार सीट सबसे कम 344 वोटों के अंतर से जीती। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा को 45.56% वोट मिले, जबकि AAP को 43.57% और कांग्रेस को मात्र 6.34% वोट मिले। इस चुनाव में भाजपा के प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से 4,089 वोटों के अंतर से हराकर बड़ा उलटफेर किया। भाजपा की प्रचंड जीत के बीच, AAP की मुख्यमंत्री अतिशी और तीन मंत्री - गोपाल राय, मुकेश अहलावत और इमरान हुसैन - अपनी सीट बचाने में सफल रहे। अतिशी ने कालकाजी सीट से भाजपा के रमेश बिधूड़ी को 3,521 वोटों से हराया।
वहीं, कांग्रेस एक बार फिर पूरी तरह चुनाव में विफल रही और लगातार तीसरी बार शून्य पर सिमट गई। हालांकि, कांग्रेस ने दावा किया कि वह 2030 में दिल्ली में सरकार बनाएगी। कांग्रेस ने चुनाव परिणामों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर जनादेश नहीं, बल्कि अरविंद केजरीवाल और AAP के कामकाज पर जनमत संग्रह बताया और कहा कि वे इस हार से वापसी करेंगे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "दिल्ली का जनादेश हम विनम्रता से स्वीकार करते हैं।" उन्होंने प्रदेश के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के समर्पण और मतदाताओं के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
राहुल गांधी ने कहा कि प्रदूषण, महंगाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने यह भी जोर दिया कि पार्टी दिल्ली की प्रगति और नागरिकों के अधिकारों के लिए संघर्ष करती रहेगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदान 5 फरवरी को संपन्न हुआ था, जिसमें कुल 60.39% मतदान हुआ। सबसे अधिक मतदान मुस्तफाबाद (69%) में और सबसे कम करोल बाग (47.40%) में दर्ज किया गया।