पाकिस्तान से विदेश पलायन में भारी वृद्धि: 2025 की पहली तिमाही में 1.72 लाख लोगों ने छोड़ा देश

Fri 18-Apr-2025,03:40 PM IST +05:30

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पाकिस्तान से विदेश पलायन में भारी वृद्धि: 2025 की पहली तिमाही में 1.72 लाख लोगों ने छोड़ा देश पाकिस्तान से विदेश पलायन में भारी वृद्धि
  • 2025 की पहली तिमाही में 1.72 लाख से अधिक पाकिस्तानियों ने विदेशों में रोजगार की तलाश में देश छोड़ा, जिनमें सबसे अधिक सऊदी अरब गए।

  • प्रवासियों में बड़ी संख्या सामान्य मज़दूरों, ड्राइवरों, तकनीशियनों और पेशेवरों (डॉक्टर, इंजीनियर) की रही, जिससे देश में बढ़ती बेरोज़गारी और अस्थिरता की झलक मिलती है।

Punjab / Umerkot :

द न्यूज इंटरनेशनल की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली तिमाही में पाकिस्तान से विदेशों में रोजगार की तलाश करने वाले लोगों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। आव्रजन ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से मार्च के बीच 172,144 से अधिक पाकिस्तानियों ने विदेशों का रुख किया, जो कि देश में जारी आर्थिक अस्थिरता, बेरोज़गारी और बेहतर जीवन की खोज को दर्शाता है।

इस प्रवृत्ति में सबसे आगे सऊदी अरब रहा, जहाँ 121,190 पाकिस्तानी नागरिक नौकरी की तलाश में गए। ओमान में 8,331 लोगों को रोजगार मिला, जबकि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में यह संख्या 6,891 रही। कतर भी एक महत्वपूर्ण गंतव्य बनकर उभरा, जहाँ 12,989 लोगों को रोजगार के अवसर मिले। बहरीन में भी 939 नए पाकिस्तानी कामगार पहुँचे।

रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानियों के लिए कुछ अन्य महत्वपूर्ण गंतव्यों में यूनाइटेड किंगडम (1,454), तुर्किये (870), ग्रीस (815), मलेशिया (775), चीन (592), अजरबैजान (350), जर्मनी (264), अमेरिका (257), इटली (109), और जापान (108) शामिल हैं। यह प्रवृत्ति यह दर्शाती है कि पाकिस्तान के नागरिक पारंपरिक खाड़ी देशों से बाहर भी नए अवसरों की तलाश कर रहे हैं।

पेशागत आंकड़ों के अनुसार, 99,139 लोग सामान्य मज़दूर की श्रेणी में आते हैं। इसके अलावा, कुशल श्रमिकों की श्रेणी में 38,274 ड्राइवर, 1,859 राजमिस्त्री, 2,130 इलेक्ट्रीशियन, 1,689 रसोइये, 3,474 तकनीशियन और 1,058 वेल्डर शामिल हैं। यह दर्शाता है कि देश से बाहर काम की तलाश में जाने वालों में सबसे बड़ी संख्या शारीरिक श्रम आधारित काम करने वालों की है।

साथ ही, पेशेवर वर्ग का भी एक बड़ा हिस्सा बाहर गया। रिपोर्ट के अनुसार, 849 डॉक्टर और 1,479 इंजीनियर विदेशों में नौकरी पाने वालों में शामिल थे। इसके अतिरिक्त, 390 नर्स और 436 शिक्षक भी उन लोगों में रहे जिन्हें 2025 की पहली तिमाही में विदेशों में रोजगार मिला।

रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि इसके अलावा बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक यूरोप में शरण लेने का प्रयास कर रहे हैं। यूरोपीय संघ की शरण एजेंसी (EUAA) के अनुसार, अक्टूबर 2023 से अक्टूबर 2024 के बीच लगभग 28,000 पाकिस्तानी नागरिकों ने ईयू+ देशों में अंतरराष्ट्रीय संरक्षण (Asylum) के लिए आवेदन किया। अक्टूबर 2023 में यह संख्या चरम पर पहुँच गई थी जब लगभग 3,400 आवेदन दर्ज किए गए थे, लेकिन अक्टूबर 2024 में यह घटकर 1,900 रह गई।

हालांकि, द न्यूज इंटरनेशनल ने स्पष्ट किया है कि ये शरण संबंधी आंकड़े नियमित प्रवासन से अलग हैं, और इनमें अवैध मानव तस्करी मार्गों का भी उपयोग किया जाता है, जिससे स्थिति और अधिक जटिल हो जाती है।

कुल मिलाकर, ये आंकड़े यह दर्शाते हैं कि पाकिस्तान में बेरोजगारी, राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक संकट के चलते बड़ी संख्या में लोग बेहतर जीवन और सुरक्षित भविष्य की तलाश में विदेशों की ओर रुख कर रहे हैं। यह न केवल पाकिस्तान के लिए सामाजिक-आर्थिक चुनौती है, बल्कि उसके लिए अवसर भी है यदि वह अपने प्रवासी नागरिकों की क्षमताओं का सही तरह से उपयोग कर सके।