J&K Election Result 2024: जम्मू और कश्मीर में 2024 के विधानसभा चुनाव है बेहद खास, अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहला चुनाव
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BJP के लिए यह चुनाव चुनौतीपूर्ण रहा है, क्योंकि उन्होंने जम्मू क्षेत्र में मजबूत पकड़ बनाए रखी, लेकिन कश्मीर में अपेक्षाकृत कमजोर प्रदर्शन किया।
केंद्र की मोदी सरकार के लिए यह चुनाव काफी अहम है क्योंकि यह उनके नीतिगत फैसलों का समर्थन या विरोध दर्शाता है।
जम्मू और कश्मीर में 2024 के विधानसभा चुनाव के नतीजे खास महत्व रखते हैं क्योंकि यह अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहला चुनाव है। तीन चरणों में मतदान हुआ, जिसमें 90 सीटों पर चुनाव लड़ा गया। नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC)-कांग्रेस गठबंधन ने कश्मीर घाटी में अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जम्मू क्षेत्र में बढ़त बनाई। कुल मिलाकर, नतीजे खंडित जनादेश की ओर इशारा करते हैं, जिससे गठबंधन सरकार बनाने की संभावना बढ़ गई है। पार्टियों के बीच गठबंधन की चर्चा जारी है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC)-कांग्रेस गठबंधन ने कश्मीर घाटी में बहुमत हासिल किया, जहां उन्होंने अधिकांश सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जम्मू क्षेत्र में अपना प्रभुत्व बनाए रखा, लेकिन कश्मीर में कमजोर प्रदर्शन किया। जनादेश खंडित होने के कारण गठबंधन सरकार की संभावना बढ़ गई है, और छोटे दल सरकार बनाने में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।
यह चुनाव न केवल जम्मू और कश्मीर की भविष्य की राजनीति को प्रभावित करेगा, बल्कि आगामी लोकसभा चुनावों के लिए भी रणनीतियों को नया आयाम देगा। यह परिणाम केंद्र सरकार की नीतियों और क्षेत्रीय दलों के गठजोड़ पर भी असर डाल सकता है।
चुनाव के बाद खंडित जनादेश से स्पष्ट होता है कि किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में NC-कांग्रेस गठबंधन और अन्य छोटे दलों के बीच संभावित गठजोड़ से सरकार का गठन किया जा सकता है।
BJP के लिए यह चुनाव चुनौतीपूर्ण रहा है, क्योंकि उन्होंने जम्मू क्षेत्र में मजबूत पकड़ बनाए रखी, लेकिन कश्मीर में अपेक्षाकृत कमजोर प्रदर्शन किया। इसके बावजूद, केंद्र की मोदी सरकार के लिए यह चुनाव काफी अहम है क्योंकि यह उनके नीतिगत फैसलों का समर्थन या विरोध दर्शाता है।
राजनीतिक समीकरण देखें तो नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने सीटों के वितरण में अच्छा तालमेल बिठाया, जिससे कश्मीर में उन्हें मजबूत समर्थन मिला। वहीं बीजेपी ने जम्मू में अपने परंपरागत मतदाताओं को साधने में सफलता पाई, पर कश्मीर में अपने अभियान को गति नहीं दे पाई। अन्य छोटे दल, जैसे पीडीपी, पीपल्स कांफ्रेंस, और आप (AAP), की भूमिका सरकार बनाने में निर्णायक हो सकती है।
जम्मू-कश्मीर के 2024 विधानसभा चुनाव के साफ होते नतीजे यह स्पष्ट करते हैं कि क्षेत्र में अब भी जातीय और राजनीतिक समीकरण जटिल हैं। कश्मीर घाटी में जहां गठबंधन की जीत हुई, वहीं जम्मू में बीजेपी ने अपनी पकड़ बनाए रखी है। खंडित जनादेश के कारण गठबंधन सरकार की संभावनाएं प्रबल हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन-सा दल या गठबंधन सरकार बनाने में सफल होता है।