भारत में बनेगा विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क: श्री मनोहर लाल
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
भारत जल्द ही दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में 23 शहरों में 993 किलोमीटर मेट्रो रेल संचालित है और 28 शहरों में 997 किलोमीटर मेट्रो निर्माणाधीन है।
पीएम-ई-बस सेवा का शुभारंभ के साथ ही सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल पर 10,000 ई-बसों की तैनाती की जाएगी। 10 वर्षों के लिए बस संचालन सहायता, बिजली बुनियादी ढांचे और बस डिपो उन्नयन पर कार्य किया जाएगा।
राष्ट्रीय कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) के तहत 'वन नेशन वन कार्ड' से मेट्रो, रेल, बस और अन्य सार्वजनिक परिवहन में निर्बाध यात्रा की जा सकेगी। इससे मेक इन इंडिया के तहत स्वदेशी तकनीकों को बढ़ावा मिलेगा।
नई दिल्ली, 19 दिसंबर 2024
आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति की बैठक में केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल ने शहरी परिवहन को मजबूत करने के लिए भारत की प्रगति पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में 23 शहरों में 993 किलोमीटर मेट्रो रेल संचालित है और 28 शहरों में 997 किलोमीटर मेट्रो निर्माणाधीन है।
बैठक के मुख्य कारण
23 शहरों में संचालित 993 किमी मेट्रो रेल यानि मेट्रो नेटवर्क का विस्तार होगा जिसमें 28 शहरों में 997 किमी मेट्रो रेल निर्माणाधीन है। इसमें मेट्रो रेल नीति 2017 और अन्य परियोजनाओं की जानकारी दी गई।
पीएम-ई-बस सेवा का शुभारंभ के साथ ही सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल पर 10,000 ई-बसों की तैनाती की जाएगी। 10 वर्षों के लिए बस संचालन सहायता, बिजली बुनियादी ढांचे और बस डिपो उन्नयन पर कार्य किया जाएगा। 3 से 40 लाख की आबादी वाले शहरों में कवरेज दिया जाएगा।
राष्ट्रीय कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) के तहत 'वन नेशन वन कार्ड' से मेट्रो, रेल, बस और अन्य सार्वजनिक परिवहन में निर्बाध यात्रा की जा सकेगी। इससे मेक इन इंडिया के तहत स्वदेशी तकनीकों को बढ़ावा मिलेगा।
बैठक का एजेंडा और सुझाव
बैठक का मुख्य एजेंडा शहरी गतिशीलता और परिवहन था। सांसदों ने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में मेट्रो विस्तार, अंतिम छोर तक संपर्क और यात्री सुविधाओं में सुधार की मांग की। श्री मनोहर लाल ने सुझावों की समीक्षा करने और त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया।
यह बैठक शहरी परिवहन के क्षेत्र में भारत की प्रगति और भविष्य की योजनाओं पर केंद्रित रही। मेट्रो नेटवर्क और पीएम-ई-बस सेवा जैसी योजनाएं भारत को शहरी गतिशीलता के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर मजबूत स्थिति में लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।