भारत दुनिया की पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, इस साल 7 परसेंट की ग्रोथ दर्ज करेगी

Fri 25-Oct-2024,02:39 PM IST +05:30

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भारत दुनिया की पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, इस साल 7 परसेंट की ग्रोथ दर्ज करेगी दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत
  • IMF का मानना है कि भारत का समय अब सही चल रहा है और देश अपनी युवा आबादी के चलते तेजी से विकास करेगा।

  • वही वर्ल्ड बैंक ने कृषि उत्पादन, सरकारी खर्च और निजी निवेश में बढ़ोतरी के असर से 2024 के लिए लगभग 7 फ़ीसदी विकास दर का अनुमान लगाया है।

Delhi / New Delhi :

2024 में भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता और विकास दर को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण है। आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारत की जीडीपी 6.5-7% बढ़ने की उम्मीद है। औद्योगिक क्षेत्र में 9.5% की वृद्धि और बैंकिंग क्षेत्र की मजबूती ने इस विकास को समर्थन दिया है।

भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और अब ऐसा कहा जा रहा है कि 2030 तक यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। आपको बता दे कि इस हफ्ते भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर को लेकर हैरान करने वाले कई अनुमान आए हैं। IMF के अनुमान के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था इस साल 7% की ग्रोथ दर्ज करेगी और साल 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था की चाल कुछ धीमा होकर 6.5 परसेंट पर आ सकती है। आईएमएफ ने अपने रिपोर्ट में यह भी कहा कि कोविड-19 के बाद अर्थव्यवस्था फिर से अपने पुराने रूप में लौटने लगी है।

कैसे आई भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी

साल 2025-26 में भारत की अर्थव्यवस्था 7 फ़ीसदी पर आने का अनुमान है। IMF का मानना है कि भारत का समय अब सही चल रहा है और देश अपनी युवा आबादी के चलते तेजी से विकास करेगा। वही वर्ल्ड बैंक ने कृषि उत्पादन, सरकारी खर्च और निजी निवेश में बढ़ोतरी के असर से 2024 के लिए लगभग 7 फ़ीसदी विकास दर का अनुमान लगाया है। आपको बात दें कि ADB ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था में 6.8 परसेंट ग्रोथ रेट का अनुमान लगाया है, जबकि गोल्डमैन सैश ने 2024 के लिए 7% और ICRA ने 6.9% ग्रोथ रेट का अनुमान लगाया है।

भारत के सेवा निर्यात में सुधार हुआ है, जिससे सेवा क्षेत्र में वृद्धि देखी जा रही है। वहीं, सरकार के "आत्मनिर्भर भारत" अभियान के तहत, निजी निवेश में बढ़ावा, MSMEs का विस्तार और हरित ऊर्जा की ओर निवेश किया जा रहा है। इसके साथ ही, मुद्रास्फीति में गिरावट दर्ज की गई है जो कि प्रशासनिक और मौद्रिक नीतियों का नतीजा है। 2024 में भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है, जिसमें रोजगार, महिला श्रमशक्ति में वृद्धि और विदेशी निवेश का स्थिर प्रवाह देखा जा रहा है।