Nepal Army Chief Conferred Honorary Rank of Indian Army General
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नेपाली सेना के सेनाध्यक्ष जनरल अशोक राज सिगडेल को उनकी सैन्य दक्षता और भारत-नेपाल के मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत करने में योगदान के लिए यह सम्मान दिया।
जनरल सिगडेल ने भारतीय सेना प्रमुख, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर द्विपक्षीय सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की।
दिल्ली/राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष अलंकरण समारोह में नेपाल के सेनाध्यक्ष जनरल अशोक राज सिगडेल को भारतीय सेना के जनरल की मानद रैंक से सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें उनकी सराहनीय सैन्य कौशल और भारत-नेपाल के दीर्घकालिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत बनाने में योगदान के लिए दिया गया।
जनरल अशोक राज सिगडेल 11 से 14 दिसंबर तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं। उनकी यात्रा का उद्देश्य भारत और नेपाल की सेनाओं के बीच सहयोग को बढ़ाना और द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को सुदृढ़ करना है। बुधवार को उन्होंने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और साउथ ब्लॉक में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
अपनी यात्रा के दौरान जनरल सिगडेल ने भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी से गहन चर्चा की। इस दौरान दोनों सेनाध्यक्षों ने रक्षा सहयोग और क्षेत्रीय सुरक्षा चिंताओं के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री से भी मुलाकात की। इन बैठकों में व्यापक रक्षा और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा हुई और आपसी सहयोग को और मजबूत करने पर जोर दिया गया।
राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किए जाने के अवसर पर, राष्ट्रपति मुर्मू ने जनरल सिगडेल के योगदान की सराहना की और भारत-नेपाल की सेनाओं के बीच मित्रता और सहयोग को और गहरा बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। यह सम्मान न केवल जनरल सिगडेल की व्यक्तिगत उपलब्धियों को मान्यता देता है, बल्कि भारत और नेपाल के बीच घनिष्ठ संबंधों का प्रतीक भी है।
जनरल अशोक राज सिगडेल की इस यात्रा को भारत-नेपाल के रक्षा संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उनके प्रयासों से दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग के नए आयाम खुलने की संभावना है।