कोडईकनाल: आखिर क्यों कहाँ जाता है कोडईकनाल को पहाड़ियों की राजकुमारी, आइए जानते हैं

Mon 28-Oct-2024,05:45 PM IST +05:30

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कोडईकनाल: आखिर क्यों कहाँ जाता है कोडईकनाल को पहाड़ियों की राजकुमारी, आइए जानते हैं kodaikanal
  • कोडईकनाल भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है।

  • कोडईकनाल में विशाल चट्टान, शांत झील, फलों के बगीचे और हरे भरे दृश्‍य अपनी सुदंरता की कहानी खुद बयां करती है।

Tamil Nadu / Kodaikanal :

कोडईकनाल भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। इसे "पहाड़ियों की राजकुमारी" भी कहा जाता है क्योंकि यह पलनि हिल के बीच बसा दक्षिण भारत का एक प्रमुख हिल स्टेशन है जिसकी समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 2,133 मीटर (7,000 फीट) है। कोडईकनाल अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे जंगलों, झीलों और पहाड़ियों के लिए प्रसिद्ध है।

यहां जब कुरिन्जी के फूल खिलते हैं तो पहाड़ियों की सुंदरता देखने लायक होती है और इसकी महक मदहोश कर देने वाली होती है। कोडईकनाल में विशाल चट्टान, शांत झील, फलों के बगीचे और हरे भरे दृश्‍य अपनी सुदंरता की कहानी खुद बयां करती है। यहाँ यूकेलिप्टस और पाइन के जंगलों की ठंडी हवा आपका मन मोह लेगी। यहां की ठंडी जलवायु और शांत वातावरण ही इसे पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाता है। यहां का नाम तमिल शब्दों "कोडई" (अर्थ: गर्मियों) और "कनाल" (अर्थ: जंगल) से मिलकर बना है, जिसका मतलब है "गर्मियों का जंगल"।

कोडईकनाल का क्षेत्र प्राचीन समय में पल्या जनजातियों द्वारा बसाया गया था। पलानी हिल्स के आसपास के क्षेत्र में उस समय पेलियन्स और पुलयन्स नामक आदिम जनजाति निवास करते थे। यह क्षेत्र जंगलों और जंगली जानवरों के लिए जाना जाता था। 1821 में, ब्रिटिश अधिकारियों ने तमिलनाडु के पश्चिमी घाटों का सर्वेक्षण किया और कोडईकनाल की खोज की। 1845 में, अमेरिकी मिशनरियों ने कोडईकनाल को एक हिल स्टेशन के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया। उन्होंने यहां पहला ईसाई स्कूल और चर्च स्थापित किया। ब्रिटिश अधिकारियों ने इसे एक स्वास्थ्य स्थल के रूप में विकसित किया ताकि वे गर्मियों के दौरान यहां ठंडी जलवायु का आनंद ले सकें।

20वीं शताब्दी की शुरुआत में, कोडईकनाल एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया। यहां कई होटल, गेस्ट हाउस और रिसॉर्ट्स का निर्माण हुआ। 1960 और 1970 के दशकों में, कोडईकनाल ने एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में अपनी पहचान बनाई।

कोडईकनाल में तमिल, मलयालम, कन्नड़, अंग्रेजी और हिन्दी भाषा बोली जाती है। यहाँ दक्षिण भारतीय व्यंजन जैसे डोसा, इडली, साम्बर, वड़ा आदि मिलते हैं। यहां के कैफे में विभिन्न प्रकार की चाय और कॉफी का आनंद लिया जा सकता है। कोडईकनाल में पारंपरिक तौर पर पुरुष लूँगी और अंगवस्त्र यानि शर्ट पहनते हैं और महिलायें साड़ी पहनती हैं।

कोडईकनाल के मुख्य आकर्षण:

  1. कोडईकनाल झील: इस मानव निर्मित झील के चारों ओर सुंदर हरियाली और फूलों के बगीचे हैं। नौकायन, मछली पकड़नाऔर घुड़सवारी जैसे गतिविधियाँ यहां की प्रमुख आकर्षण हैं।
  2. ब्रायंट पार्क: यह पार्क अपने विभिन्न प्रकार के फूलों, पौधों, और पेड़ों के लिए प्रसिद्ध है। यहां हर साल मई में वार्षिक फूलों का शो आयोजित किया जाता है।
  3. कुकर वॉक्स पॉइंट: यह एक खूबसूरत दृश्य बिंदु है जहाँ से घाटियों और पहाड़ियों का अद्भुत दृश्य देखा जा सकता है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यह जगह खासतौर पर आकर्षक होती है।
  4. पिलर रॉक्स: तीन विशाल ग्रेनाइट चट्टानें जो 400 फीट ऊंची हैं। यह स्थान अपने प्राकृतिक सौंदर्य और फोटोग्राफी के लिए प्रसिद्ध है।
  5. बेरिजम झील: यह एक शांत और सुंदर जलाशय है, जो मुख्य शहर से लगभग 20 किमी दूर है। यहां पिकनिक और ट्रेकिंग के लिए अच्छा स्थान है।
  6. कोकरस वॉक: यह एक संकरी पगडंडी है जो शहर के किनारे पर स्थित है और यहां से शानदार दृश्य देखा जा सकता है।
  7. डॉल्फिन्स नोज: यह एक चट्टान है जो डॉल्फिन की नाक की तरह दिखती है और यहां से घाटियों का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।
  8. बीयर शोला फॉल: यह खूबसूरत पिकनिक स्थल कोडई झील से 1.6 किमी दूर है। यहां पहुंचने के लिए आपको काफी ऊबड़-खाबड़ मार्ग को पार करना पड़ेगा। अक्‍सर यहाँ पर भालू पानी पीने के लिए आते हैं इसी कारण इस झरने का नाम बीयर शोला पड़ा।
  9. बोट क्लब: यह बोट क्लब 1910 में स्थापित किया गया था। यहां आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं। कार्लटोन और कोडई बोट यहां किराए पर ली जा सकती है।
  10. कुरिन्जी अंदावर मंदिर: यह पवित्र मंदिर भगवान मुरूगन को समर्पित है क्योंकि भगवान मुरूगन को पहाड़ों का देवता माना जाता है।

इसके अलावा कोडईकनाल के आसपास के जंगलों में कई प्रकार के वन्यजीव पाए जाते हैं, जैसे बाइसन, हिरण, और विभिन्न प्रकार के पक्षी। यह स्थान वन्यजीव प्रेमियों के लिए आकर्षक है। कोडईकनाल में कई चर्च, मंदिर, और अन्य धार्मिक स्थल हैं जो इसकी सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाते हैं।

गतिविधियाँ:

  • ट्रेकिंग और हाइकिंग: कोडईकनाल के आसपास कई ट्रेकिंग मार्ग हैं जो साहसिक प्रेमियों के लिए आदर्श हैं।
  • साइकिलिंग: यहां की ठंडी जलवायु और पहाड़ी सड़कों पर साइकिलिंग का आनंद लिया जा सकता है।
  • फोटोग्राफी: कोडईकनाल की प्राकृतिक सुंदरता फोटोग्राफी के लिए एक आदर्श स्थान है।

कोडईकनाल घूमने किस मौसम में जाएं:

वैसे तो कोडईकनाल जाने के लिए सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और सितंबर-अक्टूबर को माना जाता है। लेकिन मौसम के अनुसार आप अपने घूमने का प्लान बना सकते हैं। यहाँ अलग अलग मौसम में प्राकृतिक सौन्दर्य भिन्न होती है जैसे-

  • अप्रैल से जून: इस समय तापमान: 11°C से 20°C रहता है जो घूमने के लिए अनुकूल होता है।
  • जुलाई से सितंबर: यह समय मानसून का होता है इसलिए यहाँ मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है।
  • अक्टूबर से मार्च: इस समय सर्दी ज्यादा पड़ने के कारण तापमान: 8°C से 17°C तक हो सकता है।

 

कैसे पहुँचें कोडईकनाल:

  • वायुमार्ग: यहाँ से सबसे निकटतम हवाई अड्डा मदुरै है जो 120 किमी की दूरी पर है।
  • रेलमार्ग: यहाँ सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन कोडाई रोड है जो 80 किमी दूर है। इसके अलावा पलानी रेलवे स्टेशन से भी कोडईकनाल पहुँच जा सकता है।
  • सड़कमार्ग: कोडईकनाल सड़क मार्ग से तमिलनाडु और केरल के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।

कोडईकनाल अपने प्राकृतिक सौंदर्य, शांति, और आकर्षक पर्यटन स्थलों के लिए एक आदर्श जगह है। यह स्थान उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है जो शहर की भाग-दौड़ से दूर कुछ समय शांति और प्रकृति के बीच बिताना चाहते हैं। इन सभी कारणों से, कोडईकनाल एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करता है।