बटेंगे तो कटेंगे के नारे पर उद्धव का पलटवार, कहा- मोदी-शाह की तस्वीर हार की गारंटी
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ठाकरे ने दरियापुर से पार्टी के उम्मीदवार गजानन लवटे के पक्ष में प्रचार करने के लिए अमरावती में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ये टिप्पणियां कीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने चुनावी भाषणों में विपक्षी दलों पर निशाना साधने के लिए ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे का बार-बार इस्तेमाल किया है।
उन्होंने राज्य में बहनों के प्रति ‘‘अचानक पैदा हुए प्रेम’’ के लिए महायुति सरकार की आलोचना की।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए प्रचार अभियान में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और उनके प्रचार नारों पर कटाक्ष करते हुए तीखे बयान दिए। हाल ही में, बीजेपी द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे "बटेंगे तो कटेंगे" नारे पर ठाकरे ने पलटवार करते हुए इसे विभाजनकारी और नकारात्मक बताया। उन्होंने इस नारे को महाराष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए खतरा करार दिया और कहा कि ऐसे नारे समाज में दरार डालने की कोशिश हैं। ठाकरे ने चुनौती दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह महाराष्ट्र में आकर 15 दिन रुकें और देखे कि लोग उन्हें कैसे खारिज करते हैं। उन्होंने मोदी-शाह की तस्वीरों को हार की गारंटी के रूप में देखा, यह कहते हुए कि बीजेपी के प्रचार में नफरत की राजनीति हावी है।
ठाकरे ने जनता से अपील की कि जो लोग महाराष्ट्र से प्रेम करते हैं वे महाविकास अघाड़ी (एमवीए) का समर्थन करें, जिसमें शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी शामिल हैं। उनके अनुसार, महाराष्ट्र के हित के लिए एकजुट रहना जरूरी है और एमवीए राज्य की एकता और विकास के लिए काम कर रहा है। ठाकरे ने बीजेपी पर धर्म और जाति के आधार पर मतभेद पैदा करने का आरोप लगाया और कहा कि ये नारे महाराष्ट्र में उल्टे प्रभाव डाल सकते हैं।
बीजेपी का कहना है कि उनका यह नारा हिंदू समाज की एकता को बढ़ावा देने के लिए है, जबकि आलोचकों का मानना है कि यह सांप्रदायिक और विभाजनकारी है, और इसका उलटा असर महाराष्ट्र चुनाव में दिखाई दे सकता है। इस राजनीतिक टकराव से स्पष्ट है कि महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार न केवल पार्टी की ताकत बल्कि उनकी विचारधाराओं का भी परीक्षण करेगा।