जिला जज ने राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस पर जगरूकता रैली को हरी झण्डी दिखाकर किया किया रवाना
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राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस पर जागरूकता रैली: 9 नवंबर 2024 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जनपद न्यायालय परिसर से एक जागरूकता रैली निकाली गई, जिसे जनपद न्यायाधीश अनुपम कुमार जी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में कई विद्यालयों के छात्र-छात्राएं, न्यायिक अधिकारी, स्थानीय प्रशासन के सदस्य और हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।
विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य और 2024 का थीम: अपर जनपद न्यायाधीश पूर्णिमा प्रांजल ने राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस 2024 के थीम "सभी के लिए न्याय तक पहुंच" पर प्रकाश डाला, जो न्याय को अधिक सुलभ और किफायती बनाने के प्रयासों को बढ़ावा देता है, विशेषकर समाज के वंचित और कमजोर वर्गों के लिए।
कौशाम्बी/9 नवंबर 2024 को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जनपद न्यायालय परिसर से जागरूकता रैली निकाली गई। कस्तूरबा विद्यालय मंझनपुर, दुर्गा देवी इंटर कॉलेज ओसा, एमवी इंटर कॉलेज ओसा, रिजवी लॉ कॉलेज करारी के विद्यार्थियों की रैली को जनपद न्यायाधीश महोदय अनुपम कुमार जी ने न्यायालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली जनपद न्यायालय से चलकर मंझनपुर चौराहा होते हुए बाजार में समाप्त हुई।
इस अवसर पर सभी न्यायिक अधिकारी, उपजिलाधिकारी मंझनपुर, तहसीलदार मंझनपुर, जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, सीओ ट्रैफिक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीओ मंझनपुर, जनपद न्यायालय के कर्मचारीगण, पैनल अधिवक्तागण, लीगल एड डिफेंस कौंसिल्स, बार एसोसिएशन के सदस्यगण, विद्यालयों के कर्मचारीगण, पराविधिक स्वयं सेवक (पीएलवी) और विभिन्न विद्यालयों के लगभग हजारों की संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
रैली को संबोधित करते हुए जनपद न्यायाधीश महोदय ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य सभी को विधिक जागरूकता से सशक्त बनाना और समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों को विधिक सहायता प्रदान करना है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के गठन (1995) से ही प्रतिवर्ष 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य निःशुल्क विधिक सहायता और वैकल्पिक विवाद समाधान पद्धतियों के बारे में जागरूकता पैदा करना है।
निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान करने के लिए राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, निचली अदालतों में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और तहसील विधिक सेवा समिति कार्यरत हैं, जो महिलाओं और हाशिए के समुदायों सहित समाज के कमजोर वर्गों के लोगों को निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान कर रहे हैं।
अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पूर्णिमा प्रांजल ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस 2024 का विषय (थीम) "सभी के लिए न्याय तक पहुंच" को बढ़ावा देने पर केंद्रित है, जो यह सुनिश्चित करने पर जोर देता है कि किसी को भी न्याय से वंचित न किया जाए, चाहे उसकी आर्थिक पृष्ठभूमि या सामाजिक स्थिति कुछ भी हो। यह विषय कानूनी सेवाओं को सभी के लिए अधिक सुलभ, उपयोगकर्ता के अनुकूल और किफायती बनाने के चल रहे प्रयासों से संबंधित है, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों, वंचित समुदायों और वित्तीय बाधाओं का सामना करने वाले लोगों के लिए।
इसके अतिरिक्त, जनपद कौशाम्बी के समस्त तहसीलों और थानों में राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता और जागरूकता शिविर आयोजित कर विधिक सेवा प्राधिकरण के उद्देश्यों और उसके द्वारा जरूरतमंदों को प्रदान की जा रही सहायता के बारे में जागरूक किया गया।
डॉ. नरेन्द्र दिवाकर
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कौशाम्बी