160 फीट गहरे बोरवेल में फंसा 5 साल का बच्चा, 25 घंटे से चल रही रेस्क्यू ऑपरेशन
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दौसा जिला प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। दूसरे दिन मंगलवार दोपहर तक सफलता नहीं मिली है।
सात जेसीबी और तीन एलएनटी मशीनों के जरिए बोरवेल के पास खुदाई की गई। देसी जुगाड़ में अपनाया, मगर अभी तक बच्चे को बाहर नहीं निकाला जा सका है।
दौसा/ राजस्थान के दौसा जिले में 5 साल का आर्यन जिंदगी और मौत के बीच की लड़ाई लड़ रहा है। 5 वर्षीय आर्यन बोरवेल की 150 फीट गहराई में फंसा हुआ है। यह घटना सोमवार दोपहर 3 बजे की है जब आर्यन खेलते-खेलते बोरवेल के पास जा पहुँचा और 150 फीट गहराई में जा गिरा। परंतु अभी तक 5 साल के मासूम बच्चे का रेस्क्यू नहीं हो सका है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें समेत कई लोग बच्चे को बचाने में जुटे हुए हैं। करीब 25 घंटे से कालीखाड गांव में बोरवेल के आसपास 7 जेसीबी और तीन एलएनटी मशीन काम कर रही है। बोरवेल के आस-पास खुदाई की जा रही है। सोमवार करीब 4 बजे से शुरू हुए इस रेस्क्यू ऑपरेशन में टीम ने बच्चे का मूवमेंट कैमरे पर देख पाने में सफलता हासिल की। वहीं बताया जा रहा है कि बच्चे ने रस्सी पकड़ने की भी कोशिश भी की है।
5 साल का आर्यन अपनी मां के सामने ही घर से करीब 100 फीट दूर बोरवेल में गिर गया था। सीओ ने बताया कि बच्चे पर कैमरे से लगातार नजर रखी जा रही है और उनकी टीमों द्वारा लगातार बच्चे को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बच्चा बीच में फंसा हुआ है और उसके नीचे पानी है इसलिए रेस्क्यू टीमों ने बच्चे के नीचे जाल लगाया है ताकि किसी भी दुर्घटना से बचाया जा सके। आर्यन की मां गुड्डी देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। वह अपने बेटे आर्यन के जिंदगी की दुआ कर रही है। दौसा कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने बताया कि बच्चे की हालत के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा, सबसे पहले उसे पानी से सुरक्षित रखना जरूरी है क्योंकि नीचे लगभग 9 फीट पानी है। इतने घंटे तक मासूम के बोरवेल में फंसे रहने के कारण अब देसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए रिंगनुमा एक सरिया को नीचे डालकर आर्यन को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। वहीं दूसरी और नेताओं का घटनास्थल पर पहुंचना जारी है।