दिल्ली में पीएम मोदी ने किया 4500 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के अशोक विहार में 1,675 फ्लैट्स का उद्घाटन किया। ये फ्लैट्स झुग्गी-झोपड़ी (जेजे क्लस्टर) में रहने वाले गरीब परिवारों के लिए बनाए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं शीशमहल बना सकता था, लेकिन मैंने कभी अपना घर नहीं बनाया। पिछले 10 वर्षों में 4 करोड़ गरीब परिवारों को पक्के घर दिए हैं।"
प्रधानमंत्री ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में 600 करोड़ की लागत से बनने वाली तीन परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
द्वारका में प्रधानमंत्री ने सीबीएसई के नए कार्यालय का उद्घाटन किया। इस बिल्डिंग को पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है, जिस पर 300 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने अशोक विहार में लाभार्थियों को फ्लैट की चाबियां सौंपीं। इस प्रोजेक्ट में प्रत्येक फ्लैट पर करीब 25 लाख रुपए खर्च हुए, लेकिन लाभार्थियों को केवल 1.42 लाख रुपए और पांच साल के रखरखाव के लिए 30,000 रुपए देने हैं।
दिल्ली/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में 4500 करोड़ रुपए की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए विकास कार्यों को गति दी। इस मौके पर उन्होंने गरीबों के लिए 1,675 फ्लैट्स का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में 600 करोड़ रुपए की 3 नई परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
4500 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के अशोक विहार में 1,675 फ्लैट्स का उद्घाटन किया। ये फ्लैट्स झुग्गी-झोपड़ी (जेजे क्लस्टर) में रहने वाले गरीब परिवारों के लिए बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री ने इसे स्वाभिमान का घर बताया और कहा, "ये नई आशा और सपनों का घर है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं शीशमहल बना सकता था, लेकिन मैंने कभी अपना घर नहीं बनाया। पिछले 10 वर्षों में 4 करोड़ गरीब परिवारों को पक्के घर दिए हैं।" उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए एक करोड़ नए घर बनाने की योजना पर भी काम जारी है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी में नई परियोजनाओं की शुरुआत
प्रधानमंत्री ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में 600 करोड़ की लागत से बनने वाली तीन परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इनमें शामिल हैं:
- सूरजमल विहार के पूर्वी परिसर में एक अकादमिक ब्लॉक।
- द्वारका के पश्चिमी परिसर में एक अकादमिक ब्लॉक।
- नजफगढ़ के रोशनपुरा में वीर सावरकर कॉलेज का भवन।
कांग्रेस ने वीर सावरकर के नाम पर कॉलेज बनाने का विरोध किया है। कांग्रेस की छात्र इकाई ने मांग की कि कॉलेज का नाम डॉ. मनमोहन सिंह के नाम पर रखा जाए। भाजपा ने इसे खारिज करते हुए सावरकर को देश के युवाओं के लिए प्रेरणा बताया।
CBSE भवन और शहरी पुनर्विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
द्वारका में प्रधानमंत्री ने सीबीएसई के नए कार्यालय का उद्घाटन किया। इस बिल्डिंग को पर्यावरण के अनुकूल बनाया गया है, जिस पर 300 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने नौरोजी नगर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और सरोजिनी नगर में जनरल पूल आवासीय आवास (GPRA) टाइप-II क्वार्टर का भी उद्घाटन किया। GPRA परियोजना के तहत 28 टावर बनाए गए हैं, जिनमें 2,500 से अधिक आवासीय इकाइयां शामिल हैं।
गरीबों के स्वाभिमान को बढ़ावा
प्रधानमंत्री ने अशोक विहार में लाभार्थियों को फ्लैट की चाबियां सौंपीं। इस प्रोजेक्ट में प्रत्येक फ्लैट पर करीब 25 लाख रुपए खर्च हुए, लेकिन लाभार्थियों को केवल 1.42 लाख रुपए और पांच साल के रखरखाव के लिए 30,000 रुपए देने हैं। उन्होंने कहा, "यह स्वाभिमान अपार्टमेंट गरीबों के सम्मान और गरिमा को बढ़ाने वाले हैं।"
नई शिक्षा नीति पर जोर
प्रधानमंत्री ने नई शिक्षा नीति की चर्चा करते हुए कहा, "गरीब बच्चों को मातृभाषा में पढ़ाई के अवसर मिल रहे हैं। इससे डॉक्टर और इंजीनियर बनने के उनके सपने पूरे हो सकेंगे। नई पीढ़ी को वर्तमान और भविष्य की जरूरतों के लिए तैयार करना हमारी प्राथमिकता है।"
2025: भारत की नई उम्मीदें
प्रधानमंत्री ने कहा, "2025 भारत के विकास के लिए नई संभावनाओं का वर्ष होगा। यह वर्ष भारत को दुनिया का बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने और अंतरराष्ट्रीय छवि को सशक्त करने वाला होगा।"
चुनावी तैयारियां और राजनीतिक बयानबाजी
दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल फरवरी 2025 में समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग जनवरी 2025 के दूसरे हफ्ते में तारीखों का ऐलान कर सकता है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में आम आदमी पार्टी को आपदा करार देते हुए कहा, "हर गली कह रही है कि आपदा को नहीं सहेंगे, बदलकर रहेंगे।" वहीं, कांग्रेस ने वीर सावरकर कॉलेज को लेकर भाजपा पर निशाना साधा।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा दिल्ली में आगामी चुनावों से पहले भाजपा के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश माना जा रहा है। उनकी विकास परियोजनाओं और गरीबों के लिए चलाई जा रही योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करना उनके राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा है।