DAP पर अतिरिक्त सब्सिडी, किसानों को सरकार का न्यू ईयर गिफ्ट
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सरकार ने 3,850 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज स्वीकृत कर यह सुनिश्चित किया है कि 50 किलोग्राम का डीएपी उर्वरक बैग पहले की तरह 1,350 रुपये में ही उपलब्ध होगा। बढ़ी हुई लागत का भार सरकार स्वयं उठाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 से किसानों को उर्वरक की बढ़ती कीमतों से बचाने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। कोविड महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसी चुनौतियों के बावजूद, सरकार ने किसानों को बाजार की अस्थिरता का बोझ नहीं उठाने दिया।
New Delhi/ नए साल की शुरुआत पर सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। केंद्रीय कैबिनेट ने डीएपी (डाई-अमोनियम फॉस्फेट) उर्वरक पर अतिरिक्त सब्सिडी का ऐलान किया है। इससे किसानों को राहत मिलेगी और डीएपी की कीमतें स्थिर रहेंगी।
डीएपी उर्वरक की कीमत वैश्विक स्तर पर बढ़ने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता था। लेकिन सरकार ने 3,850 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज स्वीकृत कर यह सुनिश्चित किया है कि 50 किलोग्राम का डीएपी उर्वरक बैग पहले की तरह 1,350 रुपये में ही उपलब्ध होगा। बढ़ी हुई लागत का भार सरकार स्वयं उठाएगी।
डीएपी की वैश्विक कीमतों में उतार-चढ़ाव का मुख्य कारण भू-राजनीतिक संकट हैं। रेड सी जैसे महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों पर असुरक्षा की स्थिति के कारण जहाजों को लंबा रास्ता अपनाना पड़ रहा है। इसके चलते वैश्विक बाजार अस्थिर हो गया है, जो भारतीय बाजार को भी प्रभावित कर सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 से किसानों को उर्वरक की बढ़ती कीमतों से बचाने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। कोविड महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसी चुनौतियों के बावजूद, सरकार ने किसानों को बाजार की अस्थिरता का बोझ नहीं उठाने दिया। 2014-2023 के बीच उर्वरक सब्सिडी में दोगुने से अधिक वृद्धि हुई है, जो 1.9 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई। यह 2004-2014 की तुलना में अधिक है।
सरकार का यह कदम किसानों की फसल उत्पादन लागत को नियंत्रित रखने में मदद करेगा। उर्वरकों पर सब्सिडी का यह निर्णय न केवल किसानों के लिए आर्थिक राहत है, बल्कि यह कृषि उत्पादन को भी बढ़ावा देगा।