भारत-मालदीव रक्षा सहयोग: राजनाथ सिंह और मोहम्मद घासन मौमून की द्विपक्षीय बैठक 8 जनवरी को
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भारत और मालदीव के बीच गहरे आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। मालदीव, भारत की ‘पड़ोस पहले’ नीति में एक विशेष स्थान रखता है।
हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए दोनों देश मिलकर काम करते हैं। यह सहयोग भारत के दृष्टिकोण ‘सागर’ (सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन) को साकार करने में सहायक है।
नई दिल्ली, 07 जनवरी 2025: रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह 08 जनवरी, 2025 को नई दिल्ली में मालदीव के रक्षा मंत्री श्री मोहम्मद घासन मौमून के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। यह बैठक भारत और मालदीव के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगी।
बैठक के दौरान दोनों मंत्री मालदीव के राष्ट्रीय रक्षा बलों की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण, नियमित अभ्यास, रक्षा उपकरणों की आपूर्ति, कार्यशालाओं, सेमिनारों और रक्षा परियोजनाओं सहित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। इस बैठक का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ बनाना है।
भारत और मालदीव के बीच गहरे आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। मालदीव, भारत की ‘पड़ोस पहले’ नीति में एक विशेष स्थान रखता है। हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए दोनों देश मिलकर काम करते हैं। यह सहयोग भारत के दृष्टिकोण ‘सागर’ (सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन) को साकार करने में सहायक है।
मालदीव के रक्षा मंत्री 08 से 10 जनवरी, 2025 तक भारत के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे। अपने प्रवास के दौरान वह गोवा और मुंबई भी जाएंगे, जहां वह भारत की रक्षा क्षमताओं और परियोजनाओं का अवलोकन करेंगे। यह दौरा दोनों देशों के बीच मित्रतापूर्ण संबंधों को नई ऊंचाई देगा।