पहल्गाम आतंकवादी हमले पर फ्रांस का भारत के साथ दृढ़ समर्थन

Fri 25-Apr-2025,06:06 PM IST +05:30

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पहल्गाम आतंकवादी हमले पर फ्रांस का भारत के साथ दृढ़ समर्थन France Stands with India: Macron Condemns Pahalgam Terror Attack
  • कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक शामिल हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और भारत के प्रति समर्थन व्यक्त किया।

  • भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की, जिसमें सिंधु जल समझौता निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश देना और पाकिस्तानी उच्चायोग को एक सप्ताह में भारत छोड़ने का निर्देश देना शामिल है।

Delhi / Delhi :

22 अप्रैल, 2025 को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। इस हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए, जिनमें 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक शामिल थे। यह हमला पर्यटन क्षेत्र बैसरन घाटी में हुआ, जहां आतंकवादियों ने अचानक हमला कर पर्यटकों को निशाना बनाया। इस आतंकवादी हमले के बाद, पूरी दुनिया में शोक और आक्रोश फैल गया और कई देशों ने इसकी कड़ी निंदा की।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी इस हमले की कड़ी आलोचना करते हुए भारत को समर्थन दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और इस दुख की घड़ी में भारत के प्रति फ्रांस की पूरी सहानुभूति व्यक्त की। मैक्रों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि उन्होंने मंगलवार को हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले पर प्रधानमंत्री मोदी से बात की, जिसमें कई निर्दोष लोग मारे गए। उन्होंने कहा, "फ्रांस इस मुश्किल समय में पूरी मजबूती से भारत के साथ खड़ा है।"

इसके अलावा, फ्रांस के राष्ट्रपति ने यह भी सुनिश्चित किया कि उनके देश का समर्थन भारत के साथ रहेगा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में फ्रांस अपनी भूमिका निभाता रहेगा। मैक्रों ने कहा, "फ्रांस अपने सहयोगियों के साथ मिलकर आतंकवाद का मुकाबला करता रहेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि इस तरह के अपराधों को रोका जाए।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस फोन कॉल के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया और इस मुश्किल घड़ी में उनके समर्थन की सराहना की। पीएम मोदी ने कहा, "फ्रांस के समर्थन से हमें हिम्मत मिलती है और हम इस दुखद घटना से बाहर निकलने के लिए एकजुट हैं।" प्रधानमंत्री ने यह भी विश्वास दिलाया कि भारत सरकार दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।

भारत ने पहलगाम हमले के बाद तुरंत कदम उठाए हैं और सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक बुलाई। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए, जिसमें सिंधु जल समझौते को निलंबित करने का निर्णय भी शामिल था। इसके अलावा, पाकिस्तान के नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। भारतीय सरकार ने पाकिस्तान के साथ संबंधों में कड़े कदम उठाए हैं और पाकिस्तानी उच्चायोग को 1 सप्ताह में भारत छोड़ने के लिए कहा गया है।

इस हमले के बाद पूरे देश में शोक और गुस्से का माहौल है। नागरिकों और राजनीतिक नेताओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि यह हमला आतंकवादियों के कायरतापूर्ण व्यवहार को दर्शाता है। भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने भी आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का ऐलान किया है और उन्हें जल्द से जल्द पकड़ने का वादा किया है।

पहल्गाम हमला: भारत और फ्रांस का दृढ़ समर्थन

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस हमले के बाद भारत को दिखाए गए सहयोग और समर्थन के माध्यम से दुनिया को यह संदेश दिया कि आतंकवाद के खिलाफ हर देश को एकजुट होना चाहिए। यह फ्रांस और भारत के बीच एक मजबूत साझेदारी का प्रतीक है, जो आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।

यह हमला इस बात को भी साबित करता है कि आतंकवाद वैश्विक समस्या है और इससे लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता है। भारत ने इस त्रासदी के बाद कड़े कदम उठाए हैं, और यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और भी ठोस कदम उठाए जाएंगे।