Pahalgam Terrorist Attack 2025 | ओवैसी बोले: आतंकियों से भी गिरी हरकत, जवाबदेही तय हो
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AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम आतंकी हमले को "जनवरों से भी गिरी हरकत" बताते हुए कड़ी निंदा की और आतंकियों को सख्त सज़ा देने की बात कही।
उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि पर्यटकों से भरे इलाके में पुलिस की गैरमौजूदगी और बॉर्डर पार कर आतंकियों का पहलगाम तक पहुंचना गंभीर चूक है।
हैदराबाद, तेलंगाना: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने #PahalgamTerroristAttack की कड़ी निंदा करते हुए शास्त्रीपुरम मस्जिद में जुमे की नमाज़ से पहले अपनी बांह पर काली पट्टी बांधी। उन्होंने नमाज़ियों को भी काली पट्टियाँ वितरित कीं, आतंक के खिलाफ एकजुट होकर शांतिपूर्ण विरोध की अपील की।
AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने #PahalgamTerroristAttack पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "इस घटना की जितनी निंदा की जाए, वो कम है। आतंकवादियों ने जनवरों से भी गिरी हुई हरकत की है। हम उम्मीद करते हैं कि अल्लाह उन्हें सख्त सजा देगा और उनके ऊपर जो लोग बैठे हैं, वे भी बर्बाद होंगे। पहलगाम में सुरक्षा की कमी थी, जहां इतनी संख्या में पर्यटक थे, वहां कोई पुलिस नहीं थी। सवाल यह है कि ये आतंकवादी बॉर्डर कैसे पार करके आए? जवाबदेही तय होनी चाहिए। सरकार को इन हत्यारों को न्याय दिलाना चाहिए।"
बता दें, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ देशभर में गुस्सा है और हैदराबाद भी इससे अछूता नहीं रहा। शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025 को, हैदराबाद की मक्का मस्जिद में जुमा की नमाज़ के दौरान सामूहिक रूप से शामिल हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस आतंकी घटना का विरोध दर्ज कराया। नमाज़ अदा करने के बाद हजारों की संख्या में लोगों ने अपनी बाहों पर काली पट्टियाँ बांधकर ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ और ‘हिंदुस्तान ज़िंदाबाद’ जैसे नारे लगाए और सड़कों पर उतर आए।
इस विरोध का आह्वान ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक दिन पहले, गुरुवार 24 अप्रैल को किया था। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा था, “जुमा की नमाज़, कृपया निर्दोष भारतीयों के खिलाफ पहलगाम में लश्कर द्वारा किए गए आतंकवादी कृत्य का विरोध करने के लिए अपनी बाहों पर काली पट्टी बांधें।” उनके इस आह्वान को व्यापक समर्थन मिला और बड़ी संख्या में लोगों ने इसमें भाग लिया।
विरोध केवल धार्मिक स्थलों तक सीमित नहीं रहा। गुरुवार को मसाब टैंक के हॉकी ग्राउंड पर हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक साथ एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की। यह नजारा सांप्रदायिक एकता और आतंक के खिलाफ एक साझा संकल्प का प्रतीक बन गया।
शाम को तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में पीपल्स प्लाजा से इंदिरा गांधी प्रतिमा तक एक मोमबत्ती जुलूस भी निकाला गया, जिसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने कहा, “आतंक के खिलाफ हमारी एकता ही सबसे बड़ा जवाब है। हम किसी भी साजिश को देश की शांति भंग नहीं करने देंगे।”
हैदराबाद का यह व्यापक विरोध प्रदर्शन देश को यह संदेश देता है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत एकजुट है। जाति, धर्म और राजनीति से ऊपर उठकर लोगों ने शांति, एकता और देशभक्ति का परिचय दिया है। यह विरोध न सिर्फ आतंकियों को करारा जवाब है, बल्कि उन ताकतों के लिए भी चेतावनी है जो भारत की अखंडता को चुनौती देना चाहते हैं।