प्रेरणा के पल होते हैं ब्रह्म विद्या मंदिर पवनार से प्रेरित स्वाध्याय के प्रत्येक अंक
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स्वाध्याय का उद्देश्य आत्मज्ञान की प्राप्ति, जीवन के लक्ष्य तक पहुंचना और चित्त शुद्धि है।
राष्ट्रीय स्तर पर स्वाध्याय का सिलसिला 11 अगस्त 2024 से अनवरत शुरू है।
वर्धा/ब्रह्म विद्या मंदिर पवनार की प्रेरणा से आयोजित होने वाले ऑनलाइन कार्यक्रम स्वाध्याय ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। विनोबा जी द्वारा रचित गीता प्रवचन आधारित सूत्रों में बहुत सारगर्भित जीवन संदेश है। इसे सहज भाव से जन जन तक पहुंचने का काम कर रही है एक युवा टीम।
राष्ट्रीय स्तर पर स्वाध्याय का सिलसिला 11 अगस्त 2024 से अनवरत शुरू है। इस वर्ष की समाप्ति यानी 29 दिसंबर 2024 तक कुल 21 सप्ताहों में लगातार विचार मंथन चला। 21वें सप्ताह में गीता प्रवचन के पांचवे अध्याय तक के सूत्रों की व्याख्या स्वाध्याय शृंखला में पूर्ण हुई। इस प्रकार साल 2024 को विदाई दी गई।
ज्ञात हो कि प्रत्येक रविवार शाम 6:15 से 6:45 बजे तक आयोजित इस ऑनलाइन वेबीनार में देशभर से कई लोग जुड़ते रहते हैं। पूरे देश भर में विनोबा जी के चिंतन पर आधारित यह एक विशिष्ट आयोजन है।
स्वाध्याय का उद्देश्य आत्मज्ञान की प्राप्ति, जीवन के लक्ष्य तक पहुंचना और चित्त शुद्धि है। इस स्वाध्याय कार्यक्रम के दौरान गीता के साम्यसूत्रों पर चर्चा की जाती है। वेबिनार के दौरान चर्चा में कर्मयोग, आत्मज्ञान, विकर्म और संन्यास जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल होते हैं।
विनोबा विचार के अनुयायियों और वाहक के चिंतन इस श्रृंखला की ऊर्जा के स्रोत होते हैं। कार्यक्रम में विनोबा दर्शन की जीवन प्रतिमूर्ति आदरणीय उषा दीदी, कंचन बहन और आदरणीय रमेश भैया जी के विचार महत्वपूर्ण होते हैं। इस वेबिनार में देशभर के श्रोताओं की सक्रिय भागीदारी रहती है। वहीं समयबद्ध तरीके से कार्यक्रम आयोजित किया जाना इसकी विशेषता रहती है।
गीता प्रवचन के प्रत्येक अध्याय एवं सूत्रों के माध्यम से जीवन दर्शन के गहरे अर्थों को समझने का अवसर है श्रृंखला। वर्ष 2024 की पूर्णता के रूप में विशेष रूप से गीता के पांचवे अध्याय की चर्चा महत्वपूर्ण रही। इस अंक में संन्यास और योग के महत्व पर विस्तार से चर्चा की गई। स्वाध्याय कार्यक्रम में दीपिका, विमला दीदी, धनंजय राय, डॉ. संदीप, डॉ.आबिदा, अजय, अनिल उपाध्याय, मनोज मेहता, गीता देशमुख और अन्य लोग देश के कोने कोने से जुड़ते हैं।
कार्यक्रम के संयोजक इंजीनियर अमित सिंह परमार इसके सूत्रधार की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उनके तकनीकी योगदान से स्वाध्याय वेबीनार का सजीव प्रसारण और रिकॉर्डिंग फेसबुक और व्हाट्सएप समूहों पर भी उपलब्ध रहता है।
गीता के गहरे संदेश और अंतर्दृष्टि सृजित करने के लिए अनेक श्रोताओं की श्रृंखला है यह विचार प्रवाह। यह स्वाध्याय न केवल गीता के शाश्वत संदेश को फैलाने का एक मंच बना, बल्कि लोगों को आत्मशुद्धि और जीवन के सही मार्ग पर चलने के लिए भी प्रेरित करता है।